नई दिल्ली। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की ऊंची दर तथा अधिग्रहण की ऊंची लागत की वजह से देश में कारों की मांग सुस्त बनी हुई है। देश की प्रमुख कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया Maruti Suzuki (एमएसआई) के चेयरमैन आर सी भार्गव ने यह बात कही है।
कंपनी की 2020-21 की वार्षिक रिपोर्ट में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए भार्गव ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें जब तक अधिग्रहण की लागत को कम करने के लिए कदम नहीं उठाएंगी, कार बाजार में उल्लेखनीय वृद्धि नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि, दुनिया के प्रमुख देशों में भारत में जीएसटी की दर सबसे ऊंची है। भार्गव ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से चालू वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही प्रभावित हुई है। Maruti Suzuki अगली तीन तिमाहियों का प्रदर्शन काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगा कि लोगों का टीकाकरण कितना प्रभावी है और वे सुरक्षा प्रोटोकॉल का कैसे अनुपालन कर रहे हैं।
मारुति Maruti Suzuki के चेयरमैन ने कहा कि, उत्पादन और बिक्री में फिर गिरावट आई है और पिछली तिमाही में जो सुधार शुरू हुआ था, उसे झटका लगा है। पहली तिमाही की बिक्री का आंकड़ा 3,53,600 इकाई पर सीमित रहा है। भार्गव ने इस बात पर जोर दिया कि भविष्य का परिदृश्य इस बात पर निर्भर करेगा कि संक्रमण को कैसे नियंत्रित किया जाता है। ‘‘अगली तीन तिमाहियों का प्रदर्शन हमारे नागरिकों के टीकाकरण और उनके द्वारा सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुपालन पर निर्भर करेगा।’’
उन्होंने कहा कि यदि हम तीसरी लहर को रोक सकते हैं या उसके Maruti Suzuki प्रभाव को उल्लेखनीय रूप से कम कर सकते हैं, तो आर्थिक गतिविधियां सुधरेंगी और कारों की बिक्री में पिछले साल की तुलना में उल्लेखनीय सुधार होगा।