Marriage Advice Tips: शादी के बाद हर लड़की का जीवन पूरी तरह बदल जाता है. इस बदलते जीवन में माँ बाप का फर्ज होता है उनकी खुशियों और दुःख में शामिल होना. लेकिन कई बार लड़की की मां द्वारा कहीं गयी बातें बेटी के ससुराल में दिक्कतें आ सकती हैं.
कभी-कभी माँ को यह समझना मुश्किल हो जाता है, कि अब बेटी के साथ उनके रिश्ते में बदलाव आ गया है. एक शादीशुदा बेटी की मां को कुछ ऐसे कामों से बचना चाहिए, जो उसकी शादी शुदा जिंदगी में दखलअंदाजी कर सकते हैं या उसके रिश्ते को प्रभावित कर सकते हैं.
आज हम आपको कुछ ऐसे बातें बताएंगे जिन्हें शादीशुदा बेटी की मां को नहीं करना चाहिए.
बेटी और दामाद के बीच दखलअंदाजी न करें
शादी के बाद, बेटी का अपना परिवार होता है, जिसमें उसके पति और बच्चे शामिल होते हैं. मां को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह अपनी बेटी के पति के फैसन में दखल न दें.
अगर बेटी को किसी प्रकार की परेशानी हो, तो उसे अपनी मां की सलाह लेनी चाहिए, लेकिन मां को अपनी बेटी के पति पर टिप्पणियाँ करने से बचना चाहिए. यह रिश्ते में दरार डाल सकता है और बेटी की स्थिति को असहज बना सकता है.
पसंदीदा व्यवहार और पक्षपाती होना
मां को यह समझना चाहिए कि अब उसकी बेटी को अपना घर है और उसे अपनी जिम्म्मेदारियां का निर्वहन करना होता है. अक्सर मां की यह आदत होती है कि वे बेटी को अधिक महत्व देती हैं, खासकर जब वह मायके में आती है.
ऐसी परिस्थिति में अगर वह अपनी बेटी को ज्यादा प्रिय मानती हैं और बहु को कमतर समझती हैं, तो इससे परिवार में तनाव उत्पन्न हो सकता है. मां को दोनों को सामान रूप से प्रेम एयर सम्मान देना चाहिए.
ज्यादा हस्तक्षेप और व्यक्तिगत मामलों में टांग अड़ाना
मां को अपनी शादीशुदा बेटी के व्यक्तिगत मामलों में जरुरत से ज्यादा
अत्यधिक हस्तक्षेप और व्यक्तिगत मामलों में टांग अड़ाना हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. चाहे वह बेटी के कामकाजी जीवन, उसकी दिन चर्या या फिर उसके परिवार के निर्णय हों, मां को इन मामलों में अनावश्यक रूप से दखल देने से बचना चाहिए.
यह बेटी के आत्मनिर्भर होने से रुकावट डाल सकता है और असहज कर सकता है.
मायके को लौटने के लिए दबाव डालना
कभी-कभी मां अपनी बेटी को बार-बार मायके बुलाने की कोशिश करती है, जो उसके पति के साथ रिश्ते में तनाव उत्पन्न कर सकता है. शादीशुदा बेटी को यह समझने की जरुरत होती है कि अब उसकी प्राथमिकता अपने घर और परिवार के प्रति है.
मां को बेटी पर ऐसा दबाव नहीं बनाना चाहिए कि वह हर समय मायके लौटे, क्योंकि इससे दोनों घरों के रिश्ते में टकराव हो सकता है.