मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में दस महीने की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज किए जाने के अगले ही दिन मंगलवार को निवेशकों ने जमकर लिवाली की जिससे दोनों मानक सूचकांकों ने अपने नुकसान की भरपाई कर ली। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1,700 से अधिक अंक चढ़ गया जबकि निफ्टी ने एक बार फिर 17,000 अंक का स्तर पार कर लिया।
सेंसेक्स और निफ्टी
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,736.21 अंक यानी 3.08 प्रतिशत की भारी बढ़त के साथ 58,142.05 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 509.65 अंक यानी 3.03 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,352 अंक पर बंद हुआ।
सभी 30 कंपनियों के शेयर में बढ़त
सेंसेक्स में शामिल सभी 30 कंपनियों के शेयर बढ़त लेने में सफल रहे। बजाज फाइनेंस, एसबीआई, बजाज फिनसर्व, एलएंडटी और टाइटन के शेयर 5.13 फीसदी तक चढ़ गए। एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ‘‘पिछले दस महीनों की सबसे बड़ी गिरावट देखने के बाद आज बाजार खुला तो निवेशकों के मन में संशय हावी दिखा। हालांकि वाहन, बैंक, आईटी और एफएमसीजी शेयरों की अगुआई में बाजार ने जोरदार बढ़त हासिल की लेकिन निवेशकों के दिमाग में प्रतिकूल परिस्थितियों का प्रभाव बना हुआ है।’’ भारी गिरावट का उठया फायदा इसके बावजूद निवेशकों ने सोमवार को हुई भारी गिरावट का फायदा उठाते हुए आज जमकर लिवाली का रुख अपनाया। रंगनाथन ने कहा कि जनवरी में निर्यात बढ़ने की खबर ने भी माहौल सुधारने में मदद की।
एशिया के अन्य बाजार
एशिया के अन्य बाजारों की बात करें तो यूक्रेन पर रूस के हमले की आशंका से उनमें गिरावट का रुख देखने को मिला। रूस को अमेरिका ने हमला करने से रोकने के लिए कड़ी चेतावनी भी दी हुई है। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.44 प्रतिशत गिरकर 94.13 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों का भारतीय बाजार से निकासी का सिलसिला बदस्तूर जारी है। शेयर बाजार से उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को भी विदेशी निवेशकों ने 4,253.70 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की।