रायगढ़। मणिपुर में उग्रवादी हमले में शहीद हुए कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बेटे की पार्थिव देह सोमवार को भारतीय वायु सेना के विशेष विमान से रायगढ़ लाई गईं। मणिपुर के चुराचन्दपुर जिले में शनिवार को उग्रवादी हमले में शहीद हुए असम राइफल्स के खुगा बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल त्रिपाठी (41 वर्ष), उनकी पत्नी अनुजा (36 वर्ष) तथा बेटे अबीर (पांच वर्ष) की पार्थिव देह सोमवार को भारतीय वायु सेना के विशेष विमान एएन-32 से दोपहर 12.42 बजे रायगढ़ पहुंचीं।
इस दौरान शहर के जिंदल हवाई पट्टी पर कर्नल त्रिपाठी के छोटे भाई लेफ्टिनेंट कर्नल अनय त्रिपाठी, उनके परिवार के अन्य सदस्य, राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, रायगढ़ की लोकसभा सदस्य गोमती साय, विधायकगण प्रकाश नायक तथा चक्रधर सिंह सिदार, जिलाधिकारी भीमसिंह और पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा सहित कई अधिकारी और अन्य लोग मौजूद थे। इस दौरान वहां मौजूद जन समूह देशभक्ति के नारे लगा रहा था।
रायगढ़ जिले के अधिकारियों ने बताया कि तीनों की पार्थिव देह हवाई पट्टी से उनके पैतृक निवास ले जाई गईं। शहर के रामलीला मैदान में आमजनों के अंतिम दर्शन के लिए उन्हें रखा जाएगा। इसके बाद शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। बाद में सर्किट हाउस के करीब मुक्तिधाम में आज शाम पूरे सैन्य सम्मान और राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि सैन्य सम्मान से विदाई के लिए असम राइफल्स के कर्नल आर.एस.ठाकुर, चार अधिकारी और 45 जवान रविवार शाम रायगढ़ पहुंच चुके हैं। असम रायफल्स के ये जवान और अधिकारी शहीद के अंतिम संस्कार से पहले सेना की तरफ से उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देंगे। असम राइफल्स के अधिकारियों ने रविवार शाम को शहीद कर्नल के निवास पर जाकर उनके माता-पिता से मुलाकात कर श्रद्धांजलि दी। शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी की शहादत के सम्मान में आज रायगढ़ स्वत: स्फूर्त बंद है।