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नई दिल्ली। ग्रहों का सेनापति और उत्पादी ग्रह मंगल Mangal-Shukra ka Gochar 2022 कल यानि 16 जनवरी को अपना राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। जानकारों की मानें तो मंगल का गोचर कुछ न कुछ उठा पटक जरूर करता है। जब भी मंगल बदलते हैं तो बारिश के योग बनते हैं। इसी के साथ बड़े बदलाव का होना संभव है। पंडित राम गोविन्द शास्त्री के अनुसार जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है या उदित या अस्त होता है तो वह मौसम में भी बदलाव लाता है।
मंगल कराएंगे बारिश —
उत्पादी ग्रह मंगल Mangal ka gochar 2022 कल 16 जनवरी को एक बार फिर राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार 16 जनवरी को ये धनु में गोचर करेंगे। मंगल जब भी राशि परिवर्तन करते हैं तो स्थितियां कुछ ठीक नहीं होतीं। प्राचीन वैदिक शास्त्र के अनुसार सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, बृहस्पति शुक्र और शनि यह 7 ग्रह माने गए हैं। राहु और केतु छाया ग्रह है।
रक्त तत्व प्रधान हैं मंगल —
मंगल पुरुष ग्रह माना गया है। यह मेष राशि और वृश्चिक राशि का स्वामी होता है। भ्रमण काल के दौरान जब मंगल मकर राशि में आता है। उच्च का कहा जाता है। जब कर्क राशि में आता है। तो नीच का कहा जाता है। मेष राशि 1 से 18 वर्ष तक यह मूल त्रिकोण में माना जाता है। मंगल को पापी ग्रह कहते हैं। साथ ही इसे पराक्रम का प्रतीक भी मानते हैं। इसे रक्तगौर रंग का माना जाता है। इसमें अग्नि तत्व की प्रधानता होती है।
पित्त और हड्डियों के लिए कारक —
शरीर में पित्त और हड्डियों के मज्जा का विश्लेषण मंगल ग्रह से किया जाता है। मंगल तत्व प्रधान जातक अधिकतर नेता, प्रखर वार्ताकार, तर्क से सब को परास्त करने वाले और सेनापति होते हैं। मंगल ग्रह के प्रभाव से लोगों को उच्च पद सेना या पुलिस में प्रवेश आदि व्यवसाय प्राप्त होते हैं।
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ऐसे समझे कुंडली में स्थान —
अगर आपकी कुंडली में मंगल 10 वें भाव यानि मकर राशि में हैं तो समझ लीजिए मंगल आपकी राशि में उच्च के हैं। तो वहीं यदि ये चौथे भाव यानि कर्क राशि में हैं तो समझ लीजिए ये आपकी राशि में नीच ग्रह में बैठे हैं। जब यह नीच भाव में बैठते हैं तो आपको विशेष सतर्क रहने की जरूरत होती है। इसके अलावा जब ये पहले या आठवें भाव यानि मेष और वृश्चिक में हैं तो ये स्वराशि में माने जाते हैं। तो इस तरह आप भी अपनी कुंडली देख सकते हैं।
राशियों पर असर —
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो मंगल का यह गोचर मेष राशि के लिए बढ़िया,वृष के लिए सामान्य, मिथुन, कर्क, सिंह और कन्या के लिए अच्छा तो वहीं तुला, कुंभ राशि के लिए सतर्क रहने की आवश्यकता है। बाकी राशियों के लिए सामान्य रहेगा।
इनके लिए गोचर होगा खास —
मेष (Aries) —
मंगल का यह गोचर इस राशि वालों को बेहद लाभकारी साबित होगा। इन्हें आर्थिक लाभ हो सकता है। करियर के लिहाज से भी ये गोचर शुभ फल दे सकता है। राशि का स्वामी ग्रह मंगल देव हैं। व्यापार में निवेश से फायदा होगा।
मिथुन (Gemini) —
मंगल का गोचर नौकरी के साथ—साथ व्यापार में भी भरपूर लाभ दिलाएगा। आय के साधनों में बढ़ोत्तरी होगी। हर तरह से गोचर शुभ फल दिलाएगा।
मीन (Pisces)—
मीन राशि वालों को अभी तक चल रहे कर्ज से मुक्ति मिल सकती है। नौकरीपेशा लोगों को अभी तक की गई परिश्रम का फल मिलने लगेगा। आर्थिक रूप से चली आ रही समस्याएं दूर हो सकती है। शत्रु पराजित होंगे।
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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