Mangal Gochar 2024: बीते महीने से वृष राशि में चल रहे मंगल बहुत जल्द अपना राशि परिवर्तन करने वाले हैं। सभी नौ ग्रहों में बुध (Budh), शुक्र (Shukra) की तरह मंगल भी एक ऐसा ग्रह है जो विभिन्न जातकों पर प्रत्यक्ष रूप से प्रभाव डालता है।
ज्योतिषाचार्य पंडित अनिल पांडे (8959594400) के अनुसार लाल रंग प्रधान ग्रह मंगल के गोचर (Mithun me Mangal ka Gochar) को लेकर पंचांग भेद है। कुछ पंचांगों के अनुसार मंगल का गोचर 26 अगस्त को तो कुछ पंचांग मंगल राशि परिवर्तन (Mangal Rashi Parivartan) 27 अगस्त को बता रहे हैं। चलिए जानते हैं कि मंगल का ये गोचर (Mangal Gochar Effect in Hindi) किसके लिए गुड न्यूज लेकर आएगा। साथ ही जानेंगे इससे किसे सावधान रहना होगा।
मंगल ग्रह का स्वभाव
मंगल ग्रह को ग्रहों का सेनापति कहा जाता है। मंगल ऊर्जा, साहस और क्रोध का प्रतीक होता है। यह अत्यंत प्रभावी ग्रह है। कुंडली (Mangal in Kundli) में यह जिस स्थान पर होता है उसे स्थान को अत्यधिक प्रभावित करता है। इसके अलावा वह अपने स्थान से चौथे स्थान, सातवें स्थान और आठवें स्थान को भी प्रभावित करता है। इस प्रकार हम देखते हैं की मंगल जातक के भविष्य को अत्यधिक प्रभावित करता है।
इस दिन होने जा रहा है मंगल
मंगल ग्रह वर्तमान में वृष राशि में है। पुष्पांजलि पंचांग (Pushpanjali Panchang 2024) के अनुसार 12 जुलाई के 6:36 सायंकाल से मंगल ग्रह ने वृष राशि में प्रवेश किया था। यह 26 अगस्त के 2:59 दिन तक वृष राशि (Mars in Gemini Effect in Hindi) में रहेगा और उसके उपरांत मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। मिथुन राशि में मंगल 20 अक्टूबर के 1:49 दिन तक रहेगा। इस प्रकार मिथुन राशि में मंगल का गोचर 26 अगस्त से 20 अक्टूबर तक होगा।
विभिन्न पंचांगों में यह समयावधि में अंतर हो सकता है।
लाला रामस्वरूप पंचांग के अनुसार: 26 अगस्त को 12:54 मिनट दिन से मिथुन राशि में प्रवेश करेगा।
भुवन विजय पंचांग के अनुसार: 27 अगस्त को 7:43 दिन से मंगल का मिथुन राशि में गोचर होगा।
मंगल का स्वभाव
वृष राशि का स्वामी शुक्र होता है। शुक्र से मंगल का सामान्य संबंध है यानी शुक्र न तो मंगल का शत्रु है और न ही मित्र। मिथुन राशि का स्वामी बुध है, जो कि मंगल के साथ शत्रुता का भाव रखता है।
मिथुन में आकर मंगल पड़ेंगे कमजोर
इस प्रकार मिथुन में रहने के दौरान मंगल कमजोर रहेगा। इसके अलावा मंगल का असर कन्या, धनु और मकर राशि पर भी रहेगा। जिसमें से धनु राशि और मकर राशि पर मंगल का असर शुभ फल देगा। कन्या राशि पर उसका असर थोड़ा सा अशुभ फल दे सकता है।
मंगल का नक्षत्र परिवर्तन
राशि परिवर्तन के अलावा ग्रहों के नक्षत्र परिवर्तन का भी जरूरी प्रभाव रहता है। 8 सितंबर तक मंगल मृगशिरा नक्षत्र में रहेगा। ज्याोतिष के अनुसार मृगशिरा नक्षत्र का स्वामी स्वयं मंगल होता है। अतः इस समय मंगल का प्रभाव अधिक होगा।
इसके बाद 8 सितंबर से 3 अक्टूबर तक मंगल आद्रा नक्षत्र में रहेगा, चूंकि आद्रा नक्षत्र का स्वामी राहु होता है जो की मंगल का शत्रु है। इसलिए यहां पर मंगल का प्रभाव अत्यंत कम हो जाएगा।
इसके उपरांत मंगल पुनर्वसु नक्षत्र में रहेगा। जिसका स्वामी गुरु होता है जो की मंगल का मित्र है। अतः यहां पर मंगल का प्रभाव ठीक-ठाक रहेगा। इस प्रकार हम मंगल के गोचर को तीन भागों में बांट सकते हैं। जिसमें से दो भाग में मंगल प्रभावी रहेगा तथा एक बड़े भाग में मंगल काफी कमजोर रहेगा।
मंगल गोचर का राशियों पर असर (Mangal Gochar Effect)
1. मेष राशि (Aries)
आपके लिए यह समय मानसिक तनाव और अस्थिरता का हो सकता है। संचार और संबंधों में सावधानी रखें। भाई बहनों के साथ तनाव हो सकता है। आपके पराक्रम में कमी आ सकती है। क्रोध की मात्रा थोड़ी बढ़ सकती है। शत्रुओं का प्रभाव बढ़ेगा, परंतु अगर आप प्रयास करेंगे, तो आप अपने शत्रुओं को समाप्त कर सकते हैं।
2.वृषभ राशि (Taurus)
धन और निवेश के मामले में यह समय अच्छा हो सकता है, लेकिन खर्चों पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होगी। धन आने का योग कम रहेगा। भाग्य से भरपूर साथ मिलेगा। दुर्घटनाओं से बचने का प्रयास करें। संतान से सहयोग नहीं मिल पाएगा। छात्रों की पढ़ाई में बाधा पड़ेगी।
3. मिथुन राशि (Gemini)
यह आपके लिए ऊर्जा और जोश का समय हो सकता है। अपने लक्ष्यों की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं, लेकिन वाणी पर नियंत्रण रखें। क्रोध से बचने का प्रयास करें। आपके सुख में कमी आएगी। लोगों के बीच में आपकी प्रतिष्ठा भी कम हो सकती है। दुर्घटनाओं से आप बच जाएंगे। आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
4.कर्क राशि (Cancer)
मन में चिंता और अनिश्चितता हो सकती है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और विवादों से बचें। कचहरी के कार्यों में सावधानी बरतें। स्वास्थ्य के प्रति विशेष रूप से जागरूक रहें। भाई बहनों के साथ तनाव बढ़ सकता है। अगर आप प्रयास करेंगे तो आप अपने शत्रुओं को परास्त कर सकते हैं। जीवन साथी के साथ उत्तम घटनाएं घटेंगी।
5. सिंह राशि (Leo)
सामाजिक जीवन में सक्रियता बढ़ सकती है। नए मित्र और संपर्क बन सकते हैं, लेकिन अति-उत्साह से बचें। भाई बहनों के साथ तनाव बढ़ सकता है। धन आने के मार्ग में बाधाएं आएगी। आपको अपने संतान से सहयोग प्राप्त होगा। अगर आप छात्र हैं तो आपकी पढ़ाई उत्तम चलेगी आपके थोड़े ही प्रयास से आपके शत्रु पराजित हो सकते हैं।
6. कन्या राशि (Virgo)
करियर में प्रगति के संकेत मिल सकते हैं। वरिष्ठों का सहयोग मिलेगा, लेकिन कार्यभार बढ़ सकता है। कार्यालय के कार्यों के प्रति सावधान रहें। पिताजी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। आपको भी अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना चाहिए। आपके सुख में वृद्धि होगी। संतान की उन्नति हो सकती है। आपको संतान से अच्छा सहयोग प्राप्त होगा। अगर आप विद्यार्थी हैं तो आपके पढ़ाई में प्रगति आएगी।
7. तुला राशि (Libra)
यात्रा और उच्च शिक्षा के मामलों में अनुकूलता रहेगी। नई चीज़ें सीखने और समझने का समय है। भाग्य से आपको कोई विशेष मदद नहीं मिलेगी। कचहरी के कार्यों में सतर्क रहें। उधार लेने का प्रयास न करें। भाई बहनों के साथ संबंधों में सुधार होगा। आपके सुख में वृद्धि होगी। आप कोई नया सामान खरीद सकते हैं।
8. वृश्चिक राशि (Scorpio)
साझेदारी और संयुक्त धन के मामलों में ध्यान देने की आवश्यकता होगी। अचानक खर्चों से सावधान रहें। दुर्घटनाओं से बचने का प्रयास करें। धन आएगा। भाई बहनों के साथ संबंध सुधार सकते हैं।
9. धनु राशि (Sagittarius)
दाम्पत्य जीवन में कुछ तनाव आ सकता है। संबंधों में संवाद को बेहतर बनाने का प्रयास करें। धन आने की उम्मीद है। कार्यालय में आपको सावधान रहकर कार्य करना चाहिए। आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। आपका स्वास्थ्य थोड़ा खराब हो सकता है।
10. मकर राशि (Capricorn)
स्वास्थ्य और कार्यक्षेत्र में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। अनुशासन और नियमितता बनाए रखें। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। भाग्य से कोई मदद नहीं मिल पाएगी। कचहरी के कार्यों में परिश्रम करने पर सफलता मिल सकती है। शत्रुओं को आप परास्त कर सकते हैं।
11.कुंभ राशि (Aquarius)
रचनात्मकता और प्रेम संबंधों में वृद्धि हो सकती है। नए प्रोजेक्ट्स पर काम कर सकते हैं। सन्तान को कष्ट होगा। अगर आप छात्र हैं तो आपकी पढ़ाई में रुकावट आ सकती है। धन थोड़ी—बहुत मात्रा में आएगा। कचहरी के कार्यों में सफलता का योग है। दुर्घटनाओं से बचने का प्रयास करना चाहिए।
12. मीन राशि (Pisces)
पारिवारिक मामलों में ध्यान देने की आवश्यकता है। संपत्ति से संबंधित मामलों में सावधानी बरतें। धन प्राप्त होने का योग है। कार्यालय में आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है। आपके जीवनसाथी को कष्ट होगा। आपके सुख में कमी आएगी। आपको खूद भी विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए।
कमजोर मंगल को मजबूत करने के उपाय
जिन जातकों की कुंडली में मंगल कमजोर (Kamjor Mangal ke Sanket) हो या अशुभ फल दे रहा हो तो मंगल के खराब प्रभाव को समाप्त करने के लिए आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन लाल मसूर की दाल और गेहूं का गरीब लोगों के बीच में दान करें। प्रतिदिन गुड़ खाएं और रक्त चंदन से तिलक करें। मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम तीन बार हनुमान चालीसा का जाप करें।
ध्यान दें कि यह सामान्य भविष्यवाणी है। अगर आप व्यक्तिगत और सटीक भविष्वाणी जानना चाहते हैं तो आपको किसी अच्छे ज्योतिषी से संपर्क कर अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाना चाहिए।
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