Mangal Gochar Effect 2023: प्रदेश में मौसम परिवर्तन, ओलावृष्टि को लेकर आईएमडी पहले ही चेतावनी जारी कर चुका है तो वहीं अब ग्रहों की चाल भी प्राकृतिक प्रकोप के संकेत दे रही है। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो मंगल का गोचर एक बार फिर अतिवृष्टि और ओलावृष्टि के योग बनाएगा।
17 नवंबर को सूर्य के साथ-साथ मंगल भी अपनी राशि बदल चुके हैं। ज्योतिष में कहा गया है चलत अंगार के वृष्टि कारक:। यानि जब भी मंगल राशि बदलते हैं तो प्रकृति में बदलाव जरूर होता है। मंगल का वृश्चिक राशि में गोचर 28 दिसंबर तक इसी राशि में रहेगा।
इस दिन किया था वृश्चिक में प्रवेश
मंगल 17 नवंबर को अपने घर में पहुंच गए हैं। वृश्चिक मंगल की अपनी राशि है। इसलिए मंगल का ये गोचर (Mangal Rashi Parivartan) खास माना जा रहा है। आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री (9893159724) के अनुसार मंगल के गोचर का मौसम पर क्या असर पड़ेगा।
मंगल गोचर से बनेंगे हवा पानी के योग
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार जब भी मंगल अपनी राशि बदलता है या गोचर (Mangal Gochar 2023) करता है तो इसका असर विभिन्न जातकों के साथ-साथ प्रकृति पर भी पड़ता है। इस दौरान हवा पानी के योग बनेंगे। जो एक बार फिर मौसम में बदलाव लाएंगे। इस दौरान अतिवृष्टि और ओलावृष्टि के योग बनते हैं।
कितने दिन तक वृश्चिक में रहेंगे मंगल
ज्योतिषाचार्य के अनुसार 17 नवंबर को मंगल का गोचर वृश्चिक राशि में सूर्य 40 दिन तक रहेंगे। 28 दिसंबर तक इसी राशि में रहेंगे। इसके बाद ये धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
मंगल की स्वराशि है वृश्चिक
हर ग्रह की स्व यानि अपनी, उच्च और नीच की राशियां होती हैं। उनमें गोचर के अनुसार ग्रहों का असर विभिन्न जातकों पर पड़ता है।
मंगल के उपाय (Mangal ke Upay)
जिनकी कुंडली में मंगल कमजोर है तो उसे ज्योतिष के अनुसार उपाय भी बताए जाते हैं। इसके लिए श्रीहनुमान जी के मंदिर में मंगलवार को जाकर श्री हनुमान चालीसा का पाठ करने से फायदा होगा। इसके अलावा पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक जलाएं। शनिवार को शनि मंदिर में जाकर शनि भगवान के दर्शन करने से लाभ होगा।
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