Mandsaur Drugs Smuggler Shot: मंदसौर में ड्रग्स केस के आरोपी प्रेमसुख पाटीदार ने थाने में खुद को गोली मार ली। आरोपी अवैध पिस्टल लेकर थाने पहुंचा था। पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। प्रेमसुख पाटीदार भोपाल की एक फैक्टरी में पकड़ी गई 1814 करोड़ की ड्रग्स के मामले में आरोपी था।
बुरी तरह घायल हुआ प्रेमसुख
आरोपी पैर में गोली लगने से बुरी तरह घायल हो गया। अफजलपुर थाने की पुलिस ने आरोपी की पिस्टल जब्त की और फिर उसे अस्पताल ले गए।
किसने बताया था प्रेमसुख का नाम
भोपाल की फैक्टरी में ड्रग्स के मामले में पुलिस ने मंदसौर के माल्या खेरखेड़ा के हरीश आंजना को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में हरीश आंजना ने हथुनिया के प्रेमसुख पाटीदार का नाम बताया। उसने कहा कि उसने प्रेमसुख से भी एमडी ड्रग की खरीद-फरोख्त की थी। इसके बाद पुलिस की टीम प्रेमसुख की तलाश में छापेमारी कर रही थी।
एसपी ने क्या कहा ?
मंदसौर एसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि पुलिस ने प्रेमसुख नाम के आरोपी को पकड़ा है। वो NCB और दूसरी एजेंसियों के केस में वांटेड था। मंदसौर पुलिस इसकी तलाश कर रही थी। ऐसा लगता है कि वो पुलिस की पूछताछ से बचने के लिए खुद के पैर पर गोली मारकर थाने आया था। उसे अभी जिला अस्पताल में एडमिट किया गया है। इलाज के बाद आरोपी से पूछताछ करके उसके साथियों की जानकारी लेंगे और आगे कार्रवाई करेंगे।
ड्रग्स तस्कर गैंग में ये शामिल
शोएब लाला – ड्रग्स का सप्लाई नेटवर्क यही ऑपरेट करता था।
सान्याल बाने – पूरी फंडिंग कराई और गुर्गे के जरिए अमित से जुड़ा था।
हरीश आंजना – पार्टियों से संपर्क था।
अमित चतुर्वेदी – फैक्टरी का इंतजाम किया।
प्रेमसुख पाटीदार – ड्रग्स बनाने का सामान भोपाल पहुंचाया।
एसके सिंह – ड्रग्स की पूरी जानकारी थी। फैक्टरी किराए पर दी।
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राजस्थान, गुजरात तक कनेक्शन
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि राजस्थान के एक सीमावर्ती गांव का लाला भी इस अवैध ड्रग्स गैंग से जुड़ा हुआ है। हरीश आंजना ने पुलिस को बताया है कि लाला भोपाल की फैक्ट्री से एमडी ड्रग्स लेकर आता था और हरीश और प्रेम पाटीदार उसे बेचते थे। डीआईजी मनोज कुमार सिंह ने बताया था कि पूछताछ में ये भी पता चला है कि हरीश आंजना गुजरात के वापी से केमिकल लेकर आता था, जिससे एमडी ड्रग्स बनाई जाती थी। पुलिस के मुताबिक हरीश आंजना पहले भी तस्करी के मामले में पकड़ा जा चुका है।
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