मंदसौर/गरोठ। जिले के नगर परिषद भानपुरा में कचरा निपटारा के लिए नगर परिषद द्वारा ट्रेचिंग ग्राउंड तो बनाया हुआ है, लेकिन उसमे कचरे का निपटारा मापदंड अनुसार नही हो रहा है। यहां स्थानीय लोगों का आरोप है कि योजना पूरी तरह से योजना ही बनी हुई है। यहां पर ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है। पालीथिन पर रोक नहीं लग रही है। सबसे जहरीला कचरा पालीथिन को माना जाता है, इसका निपटारा नगरपरिषद नही कर पा रही है। ना ही पालीथिन पर रोक लगाने में कामयाब है। जिसके कारण ट्रेचिंग ग्राउंड पर नगरपरिषद अधिकारियों की लापरवाही के कारण भानपुरा में सैकड़ों गायों को मौत का शिकार होना पड़ रहा है। नगर परिषद स्वच्छ सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश में 62 रैक हासिल कर चुकी हैं, बल्कि धरातल पर देखा जाए तो स्वच्छता की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
स्वच्छ सर्वेक्षण स्पर्धा नजदीक आते ही जिस तरह से नगर परिषद द्वारा सफाई व्यवस्था को लेकर गंभीरता दिखाई जाती है, वैसी गंभीरता पूरे साल नजर नहीं आती है. स्वच्छता पर लाखों रुपये खर्च होने के बाद नगर में बदहाली के नजारे देखे जा सकते हैं। सफाई के नाम पर केवल मुख्य मार्ग की सड़कों को चकाचक किया जाता है, जबकि कॉलोनी और मोहल्लों में नालियां तक साफ नहीं होती हैं. कुछ महीने पहले जगह-जगह लगाए गए डस्टबिन भी टूट गए हैं। स्वच्छता के मानकों पर शहर पूरी तरह खरा नहीं उतर रहा है। नगर परिषद अधिकारी आमजन में स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने पर तो जोर देते हैं, लेकिन वे स्वयं जिम्मेदारी निभाने में कमजोर नजर आ रहे हैं। अब तक लाखों रुपए शहर की स्वच्छता पर खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन स्थिति में अब भी आशाजनक सुधार नहीं आए हैं।