Mandla School Students Sick: मध्यप्रदेश के मंडला जिले के ग्राम पिपरिया स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में 17 छात्र अचानक बीमार हो गए।
बीमार छात्रों को जिला अस्पताल मंडला में भर्ती करवाया गया है।
वहीं एक छात्रा की हालत गंभीर होने पर उसे जबलपुर रेफर किया गया है। इसके अलावा पांच छात्रों के सैंपल को जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस की जांच के लिए बुलाया गया है। जबलपुर ICMR में सैंपल की जांच होगी।
जबलपुर रेफर छात्रा की हालात गंभीर
संयुक्त संचालक स्वास्थ्य विभाग जबलपुर डॉ. संजय मिश्रा के अनुसार एकलव्य विद्यालय की 10वीं क्लास की छात्रा शिल्पा मरावी स्कूल में अचानक बेहोश हो गई।
उसकी हालत ठीक न होने पर उसे जबलपुर रेफर किया गया है। बच्ची का उपचार जारी है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
छात्रों की हालत बिगड़ने से हड़कंप
सबसे पहले बीमार होने पर बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद स्कूल में शनिवार, 16 अगस्त के दिन एक- एक करके बच्चों की तबीयत खराब होने लगी। इससे स्कूल में हड़कंप मच गया। सूचना पर डॉक्टरों की टीम ने स्कूल पहुंचकर बच्चों की जांच की।
जांच में 10 छात्रों और 2 छात्राओं में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण पाए गए। जिन्हें तत्काल इलाज के लिए मंडला जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
जापानी इंसेफेलाइटिस की आशंका
सभी बच्चों की डेंगू और मलेरिया की जांच करवाई गई। जांच में सभी छात्रों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके बाद अस्पताल में भर्ती 5 बच्चों के सैंपल जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस की जांच के लिए जबलपुर मंगाए गए।
साथ ही उन्हें जांच के लिए ICMR सेंटर भेजा जाएगा। सभी बच्चों को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। बीमारी का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।
डिंडोरी के बच्चे की जा चुकी है जान
प्रदेश में 5 साल बाद जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस से मासूम बच्चे की मौत का मामला सामने आया था।
मासूम को मेडिकल कॉलेज अस्पताल जबलपुर में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। बच्चे की पहचान अजय (6) निवासी ग्राम बहेरा जिला डिंडोरी के रूप में हुई थी।
बच्चे को इलाज के लिए विगत 6 अगस्त को भर्ती कराया गया था। उसकी पहली जांच में जापानी इंसेफेलाइटिस होने की संभावना व्यक्त की गई थी।
वायरस को कंफर्म करने के लिए दूसरी जांच 72 घंटे में होना थी, लेकिन इससे पहले 10 अगस्त को उसकी मौत हो गई।
संयुक्त संचालक स्वास्थ्य विभाग जबलपुर डॉ. संजय मिश्रा के अनुसार एकलव्य विद्यालय की 10वीं क्लास की छात्रा शिल्पा मरावी स्कूल में अचानक बेहोश हो गई।
उसकी हालत ठीक न होने पर उसे जबलपुर रेफर किया गया है। बच्ची का उपचार जारी है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
छात्रों की हालत बिगड़ने से हड़कंप
सबसे पहले बीमार होने पर बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद स्कूल में शनिवार, 16 अगस्त के दिन एक- एक करके बच्चों की तबीयत खराब होने लगी। इससे स्कूल में हड़कंप मच गया।
सूचना पर डॉक्टरों की टीम ने स्कूल पहुंचकर बच्चों की जांच की। जांच में 10 छात्रों और 2 छात्राओं में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण पाए गए।
जिन्हें तत्काल इलाज के लिए मंडला जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
जापानी इंसेफेलाइटिस की आशंका
सभी बच्चों की डेंगू और मलेरिया की जांच करवाई गई। जांच में सभी छात्रों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके बाद अस्पताल में भर्ती 5 बच्चों के सैंपल जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस की जांच के लिए जबलपुर मंगाए गए।
साथ ही उन्हें जांच के लिए ICMR सेंटर भेजा जाएगा। सभी बच्चों को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। बीमारी का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।
ये भी पढ़ें: Gwalior Officer No Chair: ग्वालियर में अफसर को बैठने सालभर से नहीं मिली कुर्सी, जमीन पर बैठकर करना पड़ रहा काम
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बच्चे को इलाज के लिए विगत 6 अगस्त को भर्ती कराया गया था। उसकी पहली जांच में जापानी इंसेफेलाइटिस होने की संभावना व्यक्त की गई थी।
वायरस को कंफर्म करने के लिए दूसरी जांच 72 घंटे में होना थी, लेकिन इससे पहले 10 अगस्त को उसकी मौत हो गई।
Gwalior Officer No Chair: ग्वालियर में अफसर को बैठने सालभर से नहीं मिली कुर्सी, जमीन पर बैठकर करना पड़ रहा काम
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