Bhopal SCR: भोपाल स्टेट कैपिटल रीजन (SCR) का फोकस पूरा इलाके का इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट है। भोपाल के आसपास के इलाकों को जोड़कर इसे बनाया जाएगा। SCR के लिए जिन इलाकों को चुना गया है, वहां इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट की काफी संभावनाएं हैं। साथ ही राजधानी की आसपास के इलाकों से कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी।
मंडीदीप, पीलूखेड़ी और सलामतपुर भी शामिल
SCR बनाने के लिए जो दस्तावेज बनाए गए हैं, उसमें मंडीदीप, पीलूखेड़ी और सलामतपुर को इसी आधार पर शामिल किया है।
मिलेंगी ये नागरिक सुविधाएं
SCR को एक रिंग रोड के जरिए जोड़ा जाएगा। पूरे इलाके में पब्लिक ट्रांसपोर्ट, पानी सप्लाई और साफ-सफाई जैसी व्यवस्थाएं भी एक जैसी होंगी। इसके साथ ही SCR में बिल्डिंग परमिशन और डेवलपमेंट के दूसरे नियम भी एक जैसे हो सकते हैं।
चर्चा और दावे आपत्ति बाकी
SCR के गठन के प्रस्ताव पर नगरीय विकास विभाग और टीएंडसीपी के साथ जिला प्रशासन और नगर निगम के अफसरों और जनप्रतिनिधियों के बीच चर्चा होनी बाकी है। इस चर्चा के बाद SCR का स्वरूप तय किया जाएगा। इस पर लोगों से दावे-आपत्ति भी मंगाए जाएंगे और राय ली जाएगी।
मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र का होगा विस्तार
भोपाल स्टेट कैपिटल (Bhopal SCR) में मंडीदीप के साथ सतलापुर को जोड़ने से मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार होगा। काफी लंबे समय से मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र के विस्तार की योजना बनाई जा रही है। SCR प्रस्तावित है। SCR की गवर्निंग बॉडी उद्योगों को कई तरह की सुविधाएं दे सकती है। मंडीदीप ही नहीं पूरे भोपाल में औद्योगिक विकास होगा। अगले साल भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट होगी। उससे पहले SCR का गठन फायदेमंद हो सकता है।
नगर पालिक निगम अधिनियम होगा संशोधन
SCR बनाने के लिए नगर पालिक निगम अधिनियम में संशोधन की जरूरत होगी। इसमें SCR की अथॉरिटी के अधिकार और उसका स्वरूप तय होगा। देशभर में दिल्ली के अलावा मुंबई, कोलकाता और हैदराबाद जैसे शहरों में मेट्रोपॉलिटन काउंसिल हैं। हाल ही में यूपी विधानसभा में लखनऊ स्टेट कैपिटल रीजन का एक्ट पारित किया गया है। लखनऊ सहित 6 जिलों को मिलाकर बनने वाले SCR के लिए डेवलपमेंट अथॉरिटी के चेयरमैन सीएम होंगे।
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पूरे इलाके का एक मास्टर प्लान
भोपाल एससीआर (Bhopal SCR) गठन के बावजूद संबंधित क्षेत्रों के नगरीय निकाय और बाकी एजेंसियां काम करती रहेंगी। SCR की अथॉरिटी इनके समन्वय से ही प्लान करेगी। इसके लिए पूरे इलाके का एक मास्टर प्लान बनाया जाएगा। इससे पूरे इलाके में एक जैसी पानी सप्लाई, सफाई और पब्लिक ट्रांसपोर्ट व्यवस्था रहेगी।
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