इंदौर। Malwa Kisan Mela: 24 मई से लेकर 26 मई तक चलने वाले मालवा किसान मेले में मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों से भी किसान और कृषि संबंधित कंपनियां शामिल हुई हैं। इस मेले के जरिए 20 से 25,000 किसानों को सीधे फायदा पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। मेले से मिलने वाली नई तकनीक से किसानों के चेहरे पर मुस्कान है। वे नई तकनीक से रूबरू हो रहे हैं।
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नए प्रयोग कर रही सरकार
मध्यप्रदेश के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और कृषि की नई तकनीक से रूबरू करवाने राज्य सरकार नित नए प्रयोग कर रही है। इसी उद्देश्य से इंदौर के कृषि कॉलेज में .मालवा किसान मेले (Malwa Kisan Mela) का आयोजन किया गया है। जहां बीएचएम कृषि ज्ञान संस्थान द्वारा आयोजित इस आयोजन में मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल भी शामिल हुए। उन्होंने किसान मेले में शामिल होने आए किसानों से चर्चा की। इसी के साथ इस दौरान कृषि के क्षेत्र में उन्नत कार्य करने वाले किसानों का हौसला भी बढ़ाया।
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170 स्टाल लगाए गए
किसानों को नई तकनीक से जोड़ना और उनकी आय को बढ़ाने के लिए प्रदेश की शिवराज सरकार ने कई योजनाएं शुरू की है। जिसका सीधा फायदा मध्य प्रदेश के किसानों को मिल रहा है। किसान मेले (Malwa Kisan Mela) जैसे आयोजनों के जरिए भी सरकार किसानों को बढ़ावा दे रही है। इंदौर के बीएचएम कृषि ज्ञान संस्थान से सभी पदाधिकारी और किसान जुड़े हैं। यहां पर मालवा किसान मेले में 170 से भी ज्यादा स्टाल लगाए गए हैं। जिनमें कृषि उपकरण, बीज उत्पादक कंपनियां, कृषि संबंधित दवाइयां, फर्टिलाइजर और विभागीय स्टॉल्स शामिल हैं।