नई दिल्ली। Makar Sankranti 2023 Rashifal इस साल मकर संक्रांति का त्योहार 15 जनवरी को मनाया जाएगा। sankranti इस दिन से सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। चूंकि सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे इसलिए इस राशि वालों पर इसका विशेष असर होने वाला है। तो चलिए पंडित रामगोविंद शास्त्री के जानते हैं कि सभी 12 राशियों पर इसका क्या असर होगा।
पूरे दिन रहेगी संक्रांति —
चूंकि संक्रांति 14 जनवरी की रात से आएगी। इसलिए 15 जनवरी को ये त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन सुबह से लेकर पूरे दिन मकर संक्रांति का पर्व मनेगा। पवित्र नदियों में स्नान और सूर्य तर्पण का विशेष महत्व होता है।
इन चीजों का करें दान —
पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार मकर संक्रांति पर सूर्य के तर्पण का तो विशेष है ही साथ ही साथ इस दिन तिल का लेप, तिल के पानी से भी स्नान करना चाहिए। दान की बात करें तो गरीबों और पंडितों को खिचड़ी दान करने का विशेष महत्व है। साथ किसी गरीब को कंबल दान करने से भी पुण्य मिलता है।
मकर संक्रांति का राशियों पर असर —
मकर — समस्या बढ़ेगी।
वृष — भय बना रहेगा।
मिथुन — ज्ञान में वृद्धि होगी।
कर्क — कलह में वृद्धि हो सकती है।
सिंह — लाभ मिलने लगेगा।
कन्या — संतोष में वृद्धि होगी।
तुला — धन लाभ होने लगेगा।
वृश्चिक — हानि के योग हैं।
धनु — लाभ होगा।
मकर — ईष्ट सिद्धि होगी।
कुंभ — धन लाभ के योग है।
मीन — कष्ट हो सकता है। हर क्षेत्र में सावधानी रखनी होगी।
इसलिए 15 जनवरी को मनेगी संक्रांति —
पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार अभी सूर्य धनु राशि में चल रहे हैं। जो 14 जनवरी की रात 3:20 मिनट पर मकर में प्रवेश करेंगे। आपको बता दें जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है तो इसे मकर संक्रांति कहा जाता है। लेकिन मकर संक्रांति का त्योहार उदया तिथि में माना जाता है। चूंकि सूर्य का उदय 15 जनवरी को होगा। इसलिए ये त्योहार 15 जनवरी को मनाया जाएगा।
मकर संक्रांति पर किसी चीज का है महत्व —
मकर संक्रांति पर तिल का विशेष महत्व होता है। तिल सीजन की पहली फसल होती है। इस दिन
मकर संक्रांति का महत्व —
मकर संक्रांति यानि सूर्य के मकर में प्रवेश करते ही शुभ कार्य शुरू हो जाते हैं। अभी तक रुके सभी शुभ कार्य फिर से शुरू हो जाएंगे।
पूरे दिन रहेगी संक्रांति —
चूंकि संक्रांति 14 जनवरी की रात से आएगी। इसलिए 15 जनवरी को ये त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन सुबह से लेकर पूरे दिन मकर संक्रांति का पर्व मनेगा। पवित्र नदियों में स्नान और सूर्य तर्पण का विशेष महत्व होता है।
इन चीजों का करें दान —
पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार मकर संक्रांति पर सूर्य के तर्पण का तो विशेष है ही साथ ही साथ इस दिन तिल का लेप, तिल के पानी से भी स्नान करना चाहिए। दान की बात करें तो गरीबों और पंडितों को खिचड़ी दान करने का विशेष महत्व है। साथ किसी गरीब को कंबल दान करने से भी पुण्य मिलता है।