नई दिल्ली। मेजर ध्यानचंद की 116वीं जयंती से पहले हॉकी के दिग्गज खिलाड़ी पर बन रही Major Dhyan Chand डॉक्यूमेंटरी का पहला पोस्टर जारी किया गया। ध्यानचंद को भारत रत्न से नवाजे जाने की मांग को लेकर डिजिटल अभियान का हिस्सा निर्माता और उद्यमी जोयता रॉय और प्रतीक कुमार इस डॉक्यूमेंटरी को बना रहे हैं।
इसमें हॉकी के जादूगर के शुरुआती जीवन और संघर्ष की कहानी है। दोनों ने ‘मेजर ध्यानचंद’ डॉक्यूमेंटरी का पहला पोस्टर जारी किया। इसमें महान खिलाड़ी को हॉकी स्टेडियम की तरफ देखते हुए और रेलवे पटरी पर खाली पैर हॉकी का अभ्यास करते हुए दिखाया Major Dhyan Chand गया है।
रॉय ने कहा कि उन्हें प्रायः इससे दुख होता है कि देश का युवा वर्ग ध्यानचंद के जीवन और उनकी विरासत के बारे में कितना कम जानता है। वहीं मिश्रा Major Dhyan Chand ने कहा कि ‘मेजर ध्यानचंद’ खिलाड़ी के जीवन पर बनी फिल्म नहीं है। यह राष्ट्रीय ध्वज, हॉकी और हॉकी के जादूगर से जुड़ी भावना और प्रेरणा का दस्तावेज है।
महान खिलाड़ी ध्यानचंद Major Dhyan Chand को भारतीय हॉकी का जादूगर कहा जाता है। उन्होंने 1928,1932 और 1936 के ओलंपिक में स्वर्ण पद जीतवाने में अहम भूमिका अदा की। ध्यानचंद ने 1926 से 1949 के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मैच खेले और 185 मैच में 570 गोल दागे। उन्हें 1956 में पद्म भूषण से नवाजा गया।
देश में प्रत्येक साल उनके जन्मदिन 29 अगस्त के मौके को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस महीने की शुरुआत में केंद्र सरकार Major Dhyan Chand ने खेल के क्षेत्र के सर्वोच्च सम्मान का नाम ‘मेजर ध्यानचंद रत्न’ करने का निर्णय लिया।