अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ का शिमला कहलाने वाले मैनपाट में शुक्रवार से महोत्सव का आयोजन शुरू हो चुका है। लेकिन मैनपाट महोत्सव का आयोजन होते ही बखेरा खड़ा हो गया। दरअसल, शुक्रवार को देर रात दर्शकों पर पुलिस ने लाठियां बरसा दी, इतना ही नहीं पुलिसकर्मियों ने लाठी चलाई तो भगदड़ मच गई जिसमें कई लोगों को चोट आई। इससे नाराज लोगों ने भी गुस्सा उतारा और तोड़फोड़ मचा दी। फिलहाल अधिकारियों ने इस पर चुप्पी साधी हुई है।
खेसारी लाल यादव के कार्यक्रम में विवाद
मैनपाट महोत्सव के पहले दिन भोजपुरी सिंगर खेसारी लाल यादव का कार्यक्रम चल रहा था। इसी बीच बड़ी संख्या में लोग उनका कार्यक्रम देखने मैनपाट पहुंचे और आयोजन स्थल पर खेसारी लाल यादव की शानदार प्रस्तुति से लोग झूम उठे। लेकिन माहौल तब बदल गया जब पुलिसकर्मियों और झूमते दर्शकों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया की पुलिसकर्मियों ने भीड़ पर लाठियां चलानी शुरू कर दी, जिससे आयोजन स्थल पर भगदड़ मच गई।
खेसारी लाल करते हर गए अपील
मंच से उतरकर जाने से पहले खेसारी लाल यादव लगातार अपील करते रहे कि कृपया दर्शकों पर लाठी ना चलाएं। वे (दर्शक) हैं तो ही खेसारी लाल यादव जिंदा है लेकिन पुलिसकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित करने दर्शकों पर लाठियां चलाई। पुलिस और दर्शकों के बीच उपजे विवाद को देखते हुए खेसारी लाल यादव भी मंच छोड़कर चले गए। वहीं पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने भी खुद को पूरे मामले से किनारा कर लिया और मौके से चले गए
कई घायल, हॉस्पिटल ले जाया गया
हजारों की भीड़ और बेहतर व्यवस्था के प्रशासनिक दावे की पोल भी खुल गई। कई लोग घायल हो चुके थे, उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था आयोजन स्थल पर नहीं की गई थी। अंबिकापुर एसडीएम अजय त्रिपाठी शांति व्यवस्था बनाने जूझते नजर आए।