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नई दिल्ली। महाराष्ट्र में एक बार फिर सत्ताधारी पार्टी शिवसेना और प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा एक साथ आ सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि सीएम उद्धव ठाकरे ने औरंगाबाद के एक कार्यक्रम में गठबंधन को लेकर संकेत दिए हैं। 2019 से पहले दोनों पार्टियों के बीच करीब 3 दशक तक लंबा गठबंधन रहा है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला?
सीएम और रेल राज्यमंत्री एक मंच पर थे मौजूद
बतादें कि, मराठवाडा के शहर औरंगाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और रेल राज्यमंत्री राव साहेब दानवे एक ही मंच पर शिरकत कर रहे थे। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने दानवे की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये हमारे पूर्व सहयोगी हैं और भविष्य में अगर साथ आते हैं तो भावी सहयोगी हैं। उद्धव ठाकरे के इस बयान के बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। जानकार मान रहे हैं कि उद्धव ठाकरे बीजेपी को सुलह का संकेत दे रहे हैं।
संजय राउत ने मोदी को माना सबसे बड़े कद वाला नेता
इतना ही नहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने आज पीएम मोदी के जन्मदिन पर दिए एक बयान में कहा कि वर्तमान में मोदी जैसे कद का कोई दूसरा नेता भारत में नहीं है। अटल बिहारी वाजपेयी के बाद भाजपा को पीएम मोदी ने शिखर पर लाने का काम किया है। पहले बीजेपी दूसरी पार्टियों के साथ गठबंधन करके सरकार बनाती थी लेकिन अब पीएम मोदी के कार्यकाल में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलता है। राउत के इस बयान को भी जानकार सुलह की कोशिशों के तौर पर ही देख रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री अब्दुल सत्तार ने भी मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अगर दोनों पार्टियां एक साथ आतीं हैं तो केंद्र और राज्यसरकार के लिए बेहतर होगा। क्योंकि दोनों पार्टियां हुंदुत्ववादी विचारधारा की हैं।
2019 में साथ में लड़े थे चुनाव
मालूम हो कि साल 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना ने गठबंधन करके चुनाव लड़ा था। लेकिन सीएम की कुर्सी को लेकर दोनों पार्टियों में विवाद हो गया और गठबंधन टूट गया। ऐसे में शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बना ली और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री की कुर्सी पाने में कामयाब रहे। लेकिन अब केंद्रीय एजेंसियों की तरफ से महाराष्ट्र सरकार और उससे जुड़े तमाम नेताओं पर आपराधिक मामले दर्ज होने शुरू हो गए हैं। ऐसे में जानकार मानते हैं कि शिवसेना इससे छुटकारा पाने के लिए भाजपा से हाथ मिला सकती है।
शिवसेना विधायक ने क्या कहा था?
कुछ महीने पहले शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने तो उद्धव ठाकरे को खत लिखकर कहा था कि शिवसेना को अब बीजेपी के साथ सुलह कर लेनी चाहिए। क्योंकि अब वे केंद्रीय एजेंसियों की ओर से की जा रही कार्रवाई से प्रताड़ित हो गए हैं।
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