मुंबई, तीन जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राकांपा प्रमुख शरद पवार और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने प्रख्यात समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले की 189वीं जयंती पर रविवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी।
ठाकरे ने कहा कि परिवार एवं समाज महिला शिक्षा के माध्यम से ही प्रगतिशील आदर्शों का रास्ता बना सकता है, जिसके लिए ”महात्मा ज्योतिराव फुले और सावित्रीबाई फुले को कड़े संघर्ष, दर्द एवं कठिनाइयों से गुजरना पड़ा।”
राज्य ने फुले की जयंती को ”महिला शिक्षा दिवस” के रूप में मनाने का निर्णय लिया है, इसके तहत जागरुकता फैलाने के वास्ते विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
पवार ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सावित्रीबाई फुले ने अपने पति की मौत के बाद भी ”नारी मुक्ति” की मशाल को आगे बढ़ाया।
विपक्ष के नेता फडणवीस ने ट्वीट करके सावित्रीबाई को ”नारी मुक्ति का प्रतीक” करार दिया।
इस बीच, राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री यशोमति ठाकुर ने अमरावती में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि जिला योजना समितियों के फंड का तीन फीसदी हिस्सा महिला एवं बाल विकास कार्यों के लिए खर्च किया जाएगा।
भाषा शफीक शोभना
शोभना