हाइलाइट्स
- महाराष्ट्र में हिंदू मीट शॉप मालिकों का सर्टीफिकेशन
- जिसकी दुकान पर मल्हार सर्टिफिकेट नहीं तो ना खरीदे मीट
- शासन का मानना इससे नहीं होगी मिलावट
Malhar Certificate: महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में हिंदू मीट शॉप मालिक को उसके व्यवसाय के लिए सर्टिफिकेट जारी करने का फैसला किया है। महाराष्ट्र के मत्स्य पालन मंत्री राणे ने हिंदुओं समुदाय के लोगों से ये भी आग्रह किया कि वे उन दुकानों से मटन न खरीदें जिनके पास मल्हार सर्टिफिकेट नहीं है।
मीट शॉप मालिक, जो हिंदू समुदाय से ताल्लुक रखता है
यह निर्णय राज्य में धार्मिक और सामाजिक समूहों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। मीट शॉप मालिक, जो हिंदू समुदाय से ताल्लुक रखता है, ने लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवेदन किया था, जिसे अब मंजूरी दे दी गई है। इस फैसले को लेकर समाज में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कुछ लोगों ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता और व्यवसायिक अधिकारों की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया है।
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झटका मटन बेचने वाली दुकानों को ‘मल्हार सर्टिफिकेट
वहीं दूसरी ओर, कुछ धार्मिक संगठनों और समूहों ने इसकी आलोचना की है। उनका मानना है कि यह हिंदू धर्म के सिद्धांतों के विपरीत है और समाज में विवाद पैदा कर सकता है। राज्य सरकार ने इस मामले में स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि यह निर्णय कानूनी प्रक्रिया के तहत लिया गया है और इसमें किसी भी धर्म या समुदाय के साथ पक्षपात नहीं किया गया है। उन्होंने सभी झटका मटन बेचने वाली दुकानों को ‘मल्हार सर्टिफिकेट’ के तहत रजिस्टर किए जाने की बात कही है, सरकार का कहना है कि व्यवसायिक लाइसेंस देने का मानदंड धर्म नहीं, बल्कि कानूनी और प्रशासनिक नियम हैं।
डॉट कॉम’ नाम से प्लेटफॉर्म बनाने की घोषणा
इस मामले ने राज्य में धार्मिक और सामाजिक विमर्श को फिर से जगा दिया है, जिसमें धर्म और व्यवसाय के बीच संतुलन बनाने की चुनौती सामने आई है। मंत्री नितेश राणे ने ‘मल्हार सर्टिफिकेशन डॉट कॉम’ नाम से झटका मांस की सप्लाई के लिए एक ऐसा ही प्लेटफॉर्म बनाने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि इसे विशेष रूप से खटीक समुदाय के हिंदुओं द्वारा चलाया जाएगा।