Maharashtra Election 2024 Result LIVE: महाराष्ट्र में सत्ता की कुर्सी पर कौन बैठेगा इसका फैसला आज होगा। महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों पर 4136 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। सुबह 8 बजे से काउंटिंग शुरू हो चुकी है। सबसे पहले बैलेट पेपर की गिनती हुई और अब EVM के वोटों की गिनती जारी है।
रुझानों में महायुति को बहुमत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजों के रुझानों में महायुति को बहुमत मिल चुका है। महायुति 207 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं महाविकास अघाड़ी 70 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
डिप्टी सीएम अजित पवार पीछे
शुरुआती रुझान में महायुति को भारी बढ़त दिख रही है। महायुति में बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) शामिल है, जबकि महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और एनसीपी (शरद पवार) है।
महायुति 101 और महाविकास अघाड़ी 70 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि डिप्टी सीएम अजित पवार शुरुआती रुझानों में पीछे चल रहे हैं।
6500 काउंटिंग टेबल
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की मतगणना के लिए 6500 काउंटिंग टेबल तैयार किए गए हैं। 4000 के आसपास EVM और 2500 टेबल पर बैलेट पेपर की गिनती होगी। मतगणना केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। हर टेबल पर कैंडिडेट्स के काउंटिंग एजेंट जा सकते हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में वोटिंग प्रतिशत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 66.05 प्रतिशत वोटिंग हुई है। 6 करोड़ 40 लाख 88 हजार 195 मतदाताओं ने वोटिंग की।
एग्जिट पोल्स ने क्या कहा ?
महाराष्ट्र में 7 एग्जिट पोल सामने आए। इनमें से 6 में भाजपा गठबंधन महायुति की सरकार बनने की संभावना जताई गई है, जबकि एक में कांग्रेस गठबंधन महाविकास अघाड़ी की सरकार का अनुमान है। झारखंड के लिए अब तक 4 एग्जिट पोल आए हैं, जिनमें से तीन में भाजपा गठबंधन को बहुमत मिलने की उम्मीद है।
2019 और 2014 चुनाव का हाल
महाराष्ट्र में 2019 में बीजेपी-शिवसेना (अविभाजित) गठबंधन को बहुमत मिला था। 2014 के मुकाबले गठबंधन की सीटें और वोट शेयर दोनों में गिरावट हुई थी। गठबंधन को 161 सीटें मिली थीं और वोट शेयर 42 प्रतिशत था। 2014 में इसी गठबंधन ने 185 सीटें जीती थीं, जिसमें बीजेपी की 122 और शिवसेना को 63 सीटें थीं। वोट शेयर 47.6 प्रतिशत रहा था।
महाराष्ट्र में ऐसे बदले समीकरण
2019
नतीजों के बाद पाला बदलकर उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने। शिवसेना और बीजेपी 1984 में करीब आईं। 2014 में इस गठबंधन में थोड़ी दरार आई। लेकिन 2019 विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों ने मिलकर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद दोनों में मतभेद बढ़ गए। 28 नवंबर 2019 को उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उद्धव सरकार ने कई उतार-चढ़ावों का सामना करते हुए ढाई साल पूरे किए।
2022
एकनाथ शिंदे की बगावत और शिवसेना का विभाजन 2019 में उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को नगर विकास मंत्री और विधायक दल का नेता बनाया था। मई 2022 में शिंदे ने 39 विधायकों के साथ बगावत की। इस राजनीतिक नाटक के बाद उद्धव ने इस्तीफा दिया। 24 घंटे के भीतर शिंदे ने मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
2023
अजित पवार ने बगावत की, जिससे NCP टूट गई। 10 जून 2023 को NCP के 25वें स्थापना दिवस पर शरद पवार ने पार्टी के दो कार्यकारी अध्यक्ष, प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले, के नाम की घोषणा की। जब उन्हें NCP में साइडलाइन होने के संकेत मिले, तो 2 जुलाई 2023 को अजित पवार ने 41 विधायकों के साथ महायुति में शामिल होकर शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम का पद ग्रहण कर लिया।