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Mahakumbh Stampede: महाकुंभ भगदड़ में साजिश की बू ! AI कैमरों में 120 संदिग्धों की तलाश, सर्विलांस पर 100 से ज्यादा फोन

Mahakumbh Stampede:29 जनवरी मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज महांकुभ के संगम और झूसी इलाके में हुई भगदड़ का मामले ने अब नया एंगल पकड़ लिया है।

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Mahakumbh Stampede: महाकुंभ भगदड़ में साजिश की बू ! AI कैमरों में 120 संदिग्धों की तलाश, सर्विलांस पर 100 से ज्यादा फोन

Mahakumbh Stampede: 29 जनवरी मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज महांकुभ के संगम और झूसी इलाके में हुई भगदड़ का मामले ने अब नया एंगल पकड़ लिया है। शासन को मिले इनपुट के मुताबिक, इसमें पुलिस को  साजिश की बू आ रही है। पुलिस घटना स्थल पर लगे AI कैमरों की मदद से 120 संदिग्धों की तलाश कर रही है। 

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सूत्रों के मुताबिक, 29 जनवरी को इस भगदड़ की आखों देखी घटना की जानकारी देकर दो स्थानीय निवासियों ने कहा कि रात के करीब 2 बजे एकाएक बहुत लोगों की भीड़ अंदर घुसी, उनके हांथों में भगवा झंडा था। जिसके बाद से वहां भगदड़ की शुरूआत हो गई। पुलिस ने दोनों के दावों के बाद वहां लगे CCTV फुटेज की जांच शुरू कर दी है। 

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AI से पहचाने जा रहे हैं 120 संदिग्ध चेहरे

घटनास्थल पर लगे कैमरों की फुटेज की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है। STF से जुड़े एक अधिकारी ने जानकारी देकर कहा कि हमें काफ़ी सारे चेहरे मिले हैं हम करीब 120 संदिग्ध चेहरों की AI तकनीक से पहचान कर रहे हैं। 

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नरसिंहानंद गिरि ने सीएम योगी को लिखा खून से भरा पत्र

श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चौंकाने वाला खून से लिखा पत्र भेजा है। इस पत्र में उन्होंने मौनी अमावस्या के दौरान हिंदुओं के साथ अमानवीय व्यवहार करने वाले अधिकारियों की निंदा की है।

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पत्र में यति नरसिंहानंद गिरि ने लिखा है कि इन अधिकारियों का व्यवहार बहुत ही पीड़ादायक और विचलित करने वाला है। उन्होंने यह भी कहा है कि यह समस्या केवल उनकी नहीं है, बल्कि यह एक बड़ा महाविनाश है जो हिंदू समाज की ओर तेजी से आ रहा है।

उन्होंने यह भी कहा है कि हिंदुओं ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी को इसलिए चुना है ताकि वे इस महाविनाश से बचाव कर सकें। यह पत्र एक गंभीर चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है और इसके परिणामस्वरूप राजनीतिक हलचल मच सकती है।

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सर्विलांस पर 100 से ज्यादा फोन 

जिस समय संगम नोज पर घटना हुई उस दौरान वहां करीब 16000 फोन ऑन थे। STF सभी फोन को सर्विलांस पर डालकर ट्रैक कर रही है, मगर STF को कुछ नंबर बंद मिले हैं जिसके बाद पुलिस को इसमें सीधे साजिश की आशंका हो रही है। इनमें 100 से ज्यादा नंबर 24 घंटे सर्विलांस पर हैं। बता दें कि महाकुंभ में 29 जनवरी की देर रात करीब 1:30 बजे संगम नोज इलाके में भगदड़ हुई थी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 30 लोगों की मौत हुई है और 60 लोग घायल हैं।

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कुछ कच्छाधारियों के कारण नोज पर मची भगदड़ - महंत रवींद्र पुरी

महाकुंभ में भगदड़ की घटना पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी महाराज ने  कहा कि भगदड़ की घटना में साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता है। महंत रवींद्र पुरी ने यह भी कहा है कि प्रयागराज में उनके आने के बाद से उन्हें टारगेट किया जा रहा है।

महंत रवींद्र पुरी ने आगे कहा है कि कुछ लोगों ने यह भी कहा है कि जो गंगाजी में स्नान करेगा, वो पापी है। उन्होंने यह भी कहा है कि गंगाजी का जलपान करने वाला बीमार हो जाएगा। महंत रवींद्र पुरी ने कहा है कि उन्हें लगता है कि वामपंथी और सनातन विरोधी लोगों की नजर महाकुंभ पर लग गई है।

एक महिला ने भी बताया है कि जब वह संगम नोज पर थीं, तो कुछ कच्छाधारी लोग पहुंचे और उन्होंने माताओं-बहनों से धक्का-मुक्की की। इससे कई लोग नीचे गिर गए और पीछे की भीड़ उनके ऊपर आ गई। महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद से ही अखाड़ा परिषद और प्रशासन के बीच तनाव है।

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खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का वीडियो भी हुआ था वायरल

महाकुंभ शुरू होने से पहले खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक धमकी भरा वीडियो जारी किया था, जिसमें उसने महाकुंभ मेले में पीलीभीत एनकाउंटर का बदला लेने का ऐलान किया था। यह धमकी उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकियों के एनकाउंटर के बाद दी गई थी।

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इसके अलावा, अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर महाकुंभ को लेकर धमकी देने का मामला सामने आया था, जिसकी जांच पुलिस कर रही है। आईबी और लोकल इंटेलिजेंस ने भी अघोरी के रूप में महाकुंभ में आतंकियों के गड़बड़ी की रिपोर्ट दी थी। गुरपतवंत सिंह पन्नू का नाम पहले भी विवादों में रहा है, जब उसने कथित तौर पर अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया था।

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