Mahakumbh Mela 2024 Date Shubh Sanyog: महाकुंभ पर बन रहा ग्रहों का शुभ संयोग, मकर संक्रांति से एक दिन पहले से शुरू होगा शाही स्नान
इलाहबाद के प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ (Mahakumbh 2025) की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो इस दिन ग्रहों का महसंयोग बन रहा है।
14 जनवरी को मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2025) से एक दिन पहले से कुंभ का पहला शाही स्नान (Kumbh ka Pahle Shahi Snan kab hai) रहेगा।
महाकुंभ पर बन रहे ये शुभ संयोग (Mahakumbh Mela 2025 Shubh Sanyog)
ज्योतिष और हिन्दू पंचांग के अनुसार इस बार महाकुंभ 2025 मेले पर ग्रहों का शुभ संयोग (Mahakumbh 2025 Shubh Sanyog) बन रहा है। इस बार 14 जनवरी को दिन मंगलवार रहेगा। रवि योग का निर्माण सुबह 7:15 मिनट से शुरू होकर सुबह 10:38 मिनट तक रहेगा।
इसके अलावा इस दिन भद्रावास योग का भी संयोग बन रहा है और इस योग में भगवान विष्णु की पूजा करना विशेष फलदायी माना जाता है.
कैसे तय होती है महाकुंभ मेले की तारीख (How to Deciside Mahakumbh Date)
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, महाकुंभ मेले की तिथियां ग्रहों की स्थितियों और राशियों के आधार पर तय होती हैं। ये तो सभी जानते हैं कि कुंभ का मेला चार स्थानों पर लगता है। लेकिन ये इन चार स्थानों में से कब कहां मेला लगेगा। ये तिथियों से तय होता है।
ऐसे में चलिए जानते हैं ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार कुंभ मेले की तिथि निर्धारित करने के लिए सूर्य और बृहस्पति को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। ग्रहों की स्थिति के आधार पर महाकुंभ का स्थान चुना जाता है।
प्रयागराज में कब लगता है कुंभ का मेला (Pryagraj me kab lagta hai Kumbh ka Mela)
ज्योतिषाचार्य के अनुसार जब गुरु वृष राशि में और सूर्य मकर राशि में विराजमान होते हैं। तब उस स्थिति में महाकुंभ का मेला प्रयागराज में होता है।
हरिद्वार में कब लगता है महाकुंभ का मेला (Haridwar me kab lagta hai Kumbh ka Mela)
ज्योतिष के अनुसार जब सूर्य मेष राशि और गुरु यानी बृहस्पति कुंभ राशि में विराजमान होते हैं तो उस स्थिति में महाकुंभ का मेला हरिद्वार में होता है।
नासिक में कब लगता है महाकुंभ का मेला (Nasik me kab lagta hai Kumbh ka Mela)
ग्रह गोचरो में जब सूर्य और गुरु दोनों ही ग्रह सिंह राशि में विराजमान होते हैं तो उस स्थिति में महाकुंभ का मेला महाराष्ट्र के नासिक में लगता है।
उज्जैन में कब लगता है महाकुंभ का मेला (Ujjain me kab lagta hai Kumbh ka Mela)
जब गुरु सिंह राशि में और सूर्य के मेष राशि में गोचर करते हैं तो उस स्थिति में महाकुंभ उज्जैन में किया जाता है।
महाकुंभ 2025 शाही स्नान की तिथियां (Mahakumbh 2025 Shahi Snan Dates)
पौष पूर्णिमा 13 जनवरी 2025 को महाकुंभ का पहला शाही स्नान होगा।
मकर संक्रांति 14 जनवरी 2025 महाकुंभ का दूसरा शाही स्नान होगा।
मौनी अमावस्या 29 जनवरी 2025 महाकुंभ का तीसरा शाही स्नान होगा।
बसंत पंचमी 3 फरवरी 2025 के महाकुंभ का चौथा शाही स्नान होगा।
माघ पूर्णिमा 12 फरवरी 2025 के महाकुंभ का पांचवा शाही स्नान होगा।
महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025 के दिन आखिरी शाही स्नान होगा।
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