Mahakumbh IIT Baba out: सोशल मीडिया पर आईआईटियन बाबा के नाम से मशहूर अभय सिंह पर जूना अखाड़े ने बड़ी कार्रवाई कर दी है। उन्हें अखाड़े ने प्रयागराज महाकुंभ छावनी शिविर से बाहर कर दिया है। उन पर अपने गुरु को गाली देने का आरोप है। अखाड़े के प्रवक्ता ने उन्हें ‘पढ़ा-लिखा पागल’ बताया है।
परिवार का कहना है- अभय की अध्यात्म में पहले से ही रुचि थी। लॉकडाउन के दौरान अभय जब अकेला पड़ा तो उसने अपनी जिंदगी के बारे में ज्यादा गंभीरता से विचार किया। लॉकडाउन हटा तो अभय भारत लौट आए। यहां आने के बाद वह अचानक फोटोग्राफी करने लगे। अभय सिंह को घूमने का भी शौक रहा, इसलिए वह केरल गए। उज्जैन कुंभ में भी गए थे। हरिद्वार भी गए।
अभय घर में भी ध्यान लगाने लगे। परिवार जब उनकी शादी की बात करता तो उसे टाल देते थे। हालांकि, उनके मन में क्या चल रहा था, इसका आभास परिवार में किसी को नहीं था।
घरवालों से अचानक संपर्क कटा
परिवार के मुताबिक, 11 महीने पहले अचानक अभय सबके संपर्क से बाहर हो गया। परिवार ने बहुत कोशिश की, लेकिन बात नहीं हो पाई। वह इतना कहते थे कि कोई जरूरी काम हो तो मैसेज कर दिया करो। हालांकि, करीब 6 महीने पहले परिवार को चिंता हुई और अभय से बात करनी चाही तो उन्होंने माता-पिता और बहन का नंबर भी ब्लॉक कर दिया।
पिता बोले- वापसी पर तकलीफ होगी, मां संन्यासी बनने से दुखी
अभय के पिता कर्ण सिंह ने कहा कि वह बचपन से ही कम बात करता था। लेकिन हमें कभी यह आभास नहीं था कि वह अध्यात्म के रास्ते पर चल पड़ेगा। क्या वह अपने बेटे को घर लौटने के लिए कहेंगे। इस पर उन्होंने कहा- मैं कह तो दूंगा, लेकिन उसे तकलीफ होगी।
उसने अपने लिए जो निर्णय लिया, वही सही है। मैं कोई दबाव नहीं डालना चाहता। वह अपनी धुन का पक्का है। हालांकि, इकलौते बेटे के अचानक संन्यास लेने से मां खुश नहीं है।
अभय ने कहा था- मेरा काम परिवार को पसंद नहीं
अभय सिंह ने कहा था- मैं जो करना चाहता था, वह परिवार को पसंद नहीं था। शादी की बात में मेरी कोई रुचि नहीं थी। मैं हमेशा से ही घर छोड़ना चाहता था। इसीलिए मैंने IIT मुंबई से पढ़ाई की।
ये भी पढ़ें: Mahakumbh 2025: महाकुंभ श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी, दूसरे अमृत स्नान के लिए फ्री शटल बस की सुविधा
अभय सिंह ने कहा, मेरी भी गर्लफ्रेंड हुआ करती थी। हम 4 साल के आसपास साथ रहे, लेकिन शादी तक बात नहीं पहुंची। उन्होंने कहा, मैं मां-बाप के झगड़ों को देखकर शादी करना ही नहीं चाहता था। जिंदगी में भी वही सब झगड़े होते। इसलिए सोचा अकेले रहो और खुश रहो।
अभय ने कहा, साइंस के जरिए अध्यात्म को समझ रहा हूं उन्होंने कहा कि अब अध्यात्म में मजा आ रहा है। मैं साइंस के जरिए अध्यात्म को समझ रहा हूं। इसकी गहराइयों को जान रहा हूं।
IIT इंजीनियर नागा बाबा: कर्नाटक यूनिवर्सिटी से एमटेक,GM का पद और सवा 3 लाख सैलरी की नौकरी छोड़ी, निरंजनी अखाड़े से जुड़े
Mahakumbh IIT Engineer Baba: प्रयागराज महाकुंभ ( Prayagraj Mahakumbh ) में IIT बाबा अभय सिंह के बाद एक और ऐसा बाबा सामने आए हैं, जिन्होंने अपनी ऐशो आराम की दुनिया को छोड़कर आध्यात्मिक जीवन की राह अपनाई है। दिगंबर कृष्ण गिरि (Digambar Krishna Giri), जो कर्नाटक यूनिवर्सिटी से एमटेक, जीएम का पद और सवा तीन लाख रुपए महीने की सैलरी छोड़कर निरंजनी अखाड़े में नागा संन्यासी बने हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…