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Pandit Dhirendra Krishna Shastri: प्रयागराज में चल रहे 'महाकुंभ' में अब बाबा बागेश्वर भी पहुंचने वाले हैं। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री तीन दिन तक महाकुंभ में हनुमान कथा का वाचन करेंगे। जिसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि वो 24 जनवरी को प्रयागराज पहुंच जाएंगे और महाकुंभ में शामिल होंगे। इस दौरान वह संतों से भी मिलेंगे। बाबा बागेश्वर ने कहा कि वह 'हिंदू जगाओ-हिंदुस्तान बचाओ' के जयघोष के साथ प्रयागराज महाकुंभ में जाएंगे।
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बाबा बागेश्वर 3 दिन करेंगे कथा
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आज-कल बागेश्वर धाम में हैं, जहां उन्होंने बताया कि वह 24 जनवरी के दिन प्रयागराज पहुंच जाएंगे। जहां संगम के सामने तीन दिवसीय श्री हनुमत कथा करेंगे। बाबा का पहले 26 जनवरी से 3 फरवरी तक महाकुंभ में रहने का कार्यक्रम था, लेकिन अब वह दो दिन पहले ही महाकुंभ में पहुंच रहे हैं। उनका कहना है कि संतों की आज्ञा की वजह से वह 24 जनवरी से ही महाकुंभ में अपना डेरा जमाने जा रहे हैं।
2 करोड़ हिंदू भी जाग गए तो देश जाग गया
बाबा बागेश्वर ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में हनुमान कथा कहने का परम सौभाग्य मिला है। इस बार महाकुंभ में जो वह डुबकी लगाएंगे वह हिन्दू बचाओ हिंदुस्तान बचाओ, हिन्दू जगाओ हिंदुस्तान बचाओ के प्रण और अभियान के साथ लगाई जाएगी। क्योंकि महाकुंभ में इस बार 40 करोड़ से भी ज्यादा भक्तों के पहुंचने की उम्मीद है। ऐसे में अगर उनके आवाह्न पर 2 करोड़ लोग ही जाग गए तो समझो देश जाग जाएगा।
महाकुंभ मेले में हनुमत कथा की तैयारियां शुरू
बता दें कि महाकुंभ में पहला शाही स्नान हो चुका है। हर बार की तरह इस बार भी देशभर से लोग प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ में पहुंच रहे हैं। वहीं पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा के लिए भी संगम के पास तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। कथा में भी लोगों की भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। ऐसे में यहां पुलिस और मेला समिति ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
Naga Sadhu Death Ritual: नागा साधुओं के शव को क्यों नहीं जलाते, फिर कैसे होता है अंतिम संस्कार, जानिए
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Naga Sadhu Death Ritual: प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आगाज हो चुका है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं। सबसे पहले मंगलवार (14 जनवरी) को अखाड़ों ने अमृत स्नान किया। इसके बाद साधु-संतों से लेकर आमजन स्नान कर चुके हैं। महाकुंभ में नागा साधुओं का जमावड़ा देखा गया है। वे हमेशा से ही चर्चा का विषय रहे हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
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