उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आने के मद्देनजर प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में सावन को लेकर प्रशासन ने नीति बदल दी है। बाबा महाकाल के दर्शन में श्रद्धालुओं को और छूट दी जा सकती है। जानकारी के मुताबिक सावन में महाकाल के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को भी बढ़ा दिया गया है। अब रोजाना 5000 श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। बता दें कि अभी 3500 श्रद्धालुओं को ऑनलाइन परमिशन के बाद दर्शनों की अनुमति दी गई है। हालांकि अभी भी श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग करवाना जरूरी है। प्रशासन दौरा इस संबंध में गाइडलाइन भी जारी की गई है। यहां हर सोमवार सुबह 11 बजे के बाद दर्शनों पर पाबंद रहेगा। भस्म आरती पर भी प्रतिबंध जारी रहेगा।
सावन की शुरुआत 25 जुलाई से होने जा रही है। वहीं 26 जुलाई को सावन का पहला सुमवार है। जिसके चलते भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए उज्जैन पहुंच रहे हैं। इसी को देखते हुए कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को भी बढ़ा दिया गया है। यहां अब 5000 श्रद्धालुओं प्रतिदिन दर्शन कर सकते हैं। साथ ही यहां श्रावण माह में होने वाली महाकाल की सवारी छोटे रूट से ही निकाली जाएगी। हालांकि इस सवारी में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है।
कावड़ यात्रियों को प्रवेश नहीं
महाकाल मंदिर में इस वर्ष सावन की सवारी नए मार्ग से निकाली जाएगी। वहीं सावन के दौरान होने वाली कावड़ यात्रा में यात्रियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। बता दें कि कोरोना संक्रमण में लगातार कमी आने के बाद महाकाल मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया था। वहीं प्रतिदिन यहां 3500 श्रद्धालुओं को ऑनलाइन परमिशन के बाद दर्शनों की अनुमति दी गई थी। जिसे सावन माह में बढ़ा दिया गया है यहां अब 5000 दर्शन कर सकेंगे।