उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आने के मद्देनजर प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में सावन को लेकर प्रशासन नीति बदल सकता है। बाबा महाकाल के दर्शन में श्रद्धालुओं को और छूट दी जा सकती है। जानकारी के मुताबिक सावन में महाकाल के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को भी बढ़ाया जा सकता है। प्रशासन नीति अगर बदलती है तो रोजाना 8 से 10 हजार श्रद्धालुओं बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। बता दें कि अभी 3500 श्रद्धालुओं को ऑनलाइन परमिशन के बाद दर्शनों की अनुमति दी गई है। इस संबंध में आज होने वाली समिति बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
कावड़ यात्रियों को प्रवेश नहीं
महाकाल मंदिर में इस वर्ष सावन की सवारी नए मार्ग से निकाली जाएगी। वहीं सावन के दौरान होने वाली कावड़ यात्रा में यात्रियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। बता दें कि कोरोना संक्रमण में लगातार कमी आने के बाद महाकाल मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया था वहीं प्रतिदिन यहां 3500 श्रद्धालुओं को ऑनलाइन परमिशन के बाद दर्शनों की अनुमति दी गई है।
नियमों का करना होगा पालन
मंदिर में प्रवेश करने वाले लोगों को कोविड-19 के दिशा निर्देशों के तहत सभी सुरक्षा नियमों का पालन करना होगा। भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना होता है। पंजीकरण के साथ श्रद्धालुओं को टीकाकरण प्रमाणपत्र समेत कोविड-19 की जांच रिपोर्ट देनी होगी, जिसमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हो। जो श्रद्धालु अपनी जांच रिपोर्ट नहीं ला सकते हैं उनकी तुरंत जांच करने के लिए यहां एक केन्द्र स्थापित किया जाएगा। देश में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर भी एक है। यहां हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।