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उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आने के मद्देनजर प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में प्रशासन की नीति लगातार बदलती जा रही है। महाकालेश्वर मंदिर में अब अगले सप्ताह से श्रद्धालुओं को भस्मारती में प्रवेश मिलना शुरू हो जाएगा। अगले सप्ताह से मंदिर में भस्मारती के लिए 50 प्रतिशत क्षमता के साथ श्रद्धालुओं को प्रवेश मिल सकेगा। हालांकि भस्मारती में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग करवाना होगा।
नंदी हॉल में प्रवेश पर प्रतिबंधित
कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा बताया कि अलगे सप्ताह से भस्मारती में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ श्रद्धालुओं को प्रवेश मिल सकेगा। जिसके लिए श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग करवाना होगा। वहीं नंदी हॉल में प्रवेश पर पूरी तरह से अभी प्रतिबंधित रहेगा।
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नियमों का करना होगा पालन
मंदिर में प्रवेश करने वाले लोगों को कोविड-19 के दिशा निर्देशों के तहत सभी सुरक्षा नियमों का पालन करना होगा। भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना होता है। पंजीकरण के साथ श्रद्धालुओं को टीकाकरण प्रमाणपत्र समेत कोविड-19 की जांच रिपोर्ट देनी होगी, जिसमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हो। देश में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर भी एक है। यहां हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि 17 महीनों के बाद एक बार फिर से श्रद्धालुओं को भस्मारती में प्रवेश दिया जा रहा है। कोरोना काल में 17 मार्च 2022 से भस्मारती में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिसे अब एक बार फिर से शुरू किया जा रहा अब अगले सप्ताह से श्रद्धालुओं को 50 प्रतिशत की क्षमता के साथ प्रवेश मिल सकेगा।
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