उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आने के मद्देनजर प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में सावन को लेकर प्रशासन की नीति लगातार बदलती जा रही है। सावन में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने एक बार फिर दर्शन की व्यवस्था में बदलाव किए हैं। मंदिर में दर्शन का समय 2 घंटे बढ़ा दिया गया है। वहीं सावन के दूसरे सोमवार पर मंदिर के शंख द्वार से आम श्रद्धालु और गेट नंबर 4 से वीआईपी दर्शन कर सकेंगे। मंदिर में दर्शन व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को महाकाल मंदिर के अध्यक्ष कलेक्टर आशीष सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि हर सोमवार को सुबह 5 बजे से दोपहर 1 बजे तक और शाम 7 बजे से रात 9 बजे तक श्रद्धालु केवल केवल प्रीबुकिंग से ही बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे।
2 घंटे बढ़ा दर्शन का समय
महाकालेश्वर मंदिर में सावन से पहले दर्शन की व्यवस्था सुबह 5 से 11 बजे तक ही थी जिसे 2 घंटे बढ़ाकर 1 बजे तक कर दिया है।
श्रद्धालुओं के प्रवेश पर छूट
बता दें कि इससे पहले सावन में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर छूट दी गई है। कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को भी बढ़ा दिया गया है। यहां अब 5000 श्रद्धालुओं प्रतिदिन दर्शन कर सकते हैं। साथ ही यहां श्रावण माह में होने वाली महाकाल की सवारी छोटे रूट से ही निकाली जाएगी। हालांकि इस सवारी में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है।
कावड़ यात्रियों को प्रवेश नहीं
महाकाल मंदिर में इस वर्ष सावन की सवारी नए मार्ग से निकाली जाएगी। वहीं सावन के दौरान होने वाली कावड़ यात्रा में यात्रियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। बता दें कि कोरोना संक्रमण में लगातार कमी आने के बाद महाकाल मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया था। वहीं प्रतिदिन यहां 3500 श्रद्धालुओं को ऑनलाइन परमिशन के बाद दर्शनों की अनुमति दी गई थी। जिसे सावन माह में बढ़ा दिया गया है यहां अब 5000 दर्शन कर सकेंगे।