Mahadev Satta Case: महादेव सट्टा केस मामले में EOW ने फरार आरोपी निलंबित कॉन्स्टेबल सहदेव यादव को गिरफ्तार कर लिया है. EOW की टीम ने सहदेव यादव को राजनांदगांव के सोमानी से गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही पुलिस ने मामले में एक आरोपी किशन वर्मा को भी पकड़ा है.
पुलिस ने आरोपी किशन वर्मा को बुधवार को रायपुर कोर्ट में पेश किया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. यहां बता दें कि किशन वर्मा पहले पकड़े गए ASI चंद्रभूषण वर्मा का मैनेजर है. चंद्र भूषण के लेन-देन का हिसाब और प्रॉपर्टी की देखरेख किशन ही करता था.
19 जुलाई तक न्यायिक रिमांड पर रहेंगे 9 आरोपी
वहीं महादेव सट्टा एप मामले (Mahadev Satta Case) में जेल में बंद 9 आरोपियों को भी बुधवार को कोर्ट में रैगुल्य पेशी के लिए पेश किया गया. कोर्ट नें रितेश यादव, राहुव वकटे, अर्जुन यादव, भीमसिंह यादव, चन्द्रभूषण वर्मा, अमिल अग्रवाल, सतीश चन्द्राकर, सुनील दम्मानी, नीतिश दिवान, अर्जुन सिंह यादव, को 19 जुलाई तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है.
बता दें कि गिफ्तार सहदेव यादव आरक्षक भीम सिंह यादव और अर्जुन यादव का भाई है. महादेव ऐप संचालित करने वाले लोगों के साथ सहदेव और उसके भाइयों का कनेक्शन आया था. सट्टा चलाने वाले और दुबई में बैठे सन्नी सतनाम से सहदेव लगातार बात करता भी करता था.
सहदेव को 2022 में किया गया था सस्पेंड
कई महीने तक बिना किसी जानकारी के सहदेव गायब भी रहा. उसका लोकेशन इस दौरान मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में मिला था. साथ ही ऑनलाइन सट्टा ऐप का पैनल भी चल रहा था.
सहदेव यादव और भीम सिंह को ऑनलाइन सट्टा में शामिल होना पाया था. इसे लेकर तत्कालीन दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने नवंबर 2022 में भीम को लाइन अटैच और सहदेव को सस्पेंड किया था. बाद में ED ने भीम सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया था.
सहदेव यादव और उसका भाई भीम सिंह यादव को दुर्ग पुलिस के सबसे अमीर सिपाहा कहा जाता था. इनके पास आलीशान घर और कई महंगी गाड़ियां हैं. शहर के पॉश इलाके में प्लॉट और आलीशान मकान है.
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