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Mahadev Satta App Case: 3 दिन की न्यायिक हिरासत में पैनल ऑपरेटर नीतीश, जानें अब तक क्या-क्या हुआ?

Mahadev Satta App Case: रायपुर की विशेष अदालत ने सुनवाई के बाद नीतीश दीवान को 3 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

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Bansal news
Mahadev Satta App Case: 3 दिन की न्यायिक हिरासत में पैनल ऑपरेटर नीतीश, जानें अब तक क्या-क्या हुआ?

   हाइलाइट्स

  • ED ने 17 फरवरी को नीतीश को किया था गिरफ्तार

  • अब 26 फरवरी को होगी मामले की अगली सुनवाई 

  • नोटिस के बाद भी कोर्ट में पेश नहीं हुए 13 आरोपी

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Mahadev Satta App Case: छत्तीसगढ़ के महादेव सट्टा ऐप मामले में रायपुर की विशेष अदालत ने सुनवाई के बाद नीतीश दीवान को 3 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. मामले की अगली सुनवाई अब 26 फरवरी को की जाएगी. 

संबंधित खबर:Raipur ED Raid: 5 जिम संचालकों के ठिकानों पर छापेमारी, महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप से जुड़े होने की आशंका

ED ने 17 फरवरी को सट्टा ऐप के पैनल ऑपरेटर नीतीश दीवान को गिरफ्तार किया था. वहीं मामले (Mahadev Satta App Case) में आज 13 लोगों को नोटिस जारी कर कोर्ट में हाजिर होने को कहा गया था, लेकिन सभी 13 आरोपी कोर्ट में गैर हाजिर रहे.

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   सौरभ चंद्राकर समेत 13 आरोपी नहीं हुए पेश

महादेव सट्टा ऐप मामले में 13 लोगों को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया था, जिसमें महादेव ऐप प्रमुख सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, शिवकुमार वर्मा, यशोदा वर्मा, पवन नत्थानी, विशाल आहूजा, धीरज आहूजा, पूनाराम वर्मा, रोहित गुलाटी, अनिल अग्रवाल, शुभम सोनी समेत दो अन्य लोग शामिल हैं. आपको बता दें कि अब तक मामले में  9 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. 

   ईडी, छत्तीसगढ़ पुलिस और मुंबई पुलिस जांच में जुटी

मनी लॉन्ड्रिंग का लेकर ED महादेव ऐप मामले (Mahadev Satta App Case) की जांच कर रही है. तो वहीं इसके साथ ही छत्तीसगढ़ पुलिस और मुंबई पुलिस भी जांच में जुटी हुई है. ईडी ने अक्टूबर में रायपुर में PMLA कोर्ट के सामने रवि उप्पल और उसके पार्टनर सौरभ चंद्राकर के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.

   जब्त की थी 417 करोड़ की संपत्ति

ED ने 2 महीने पहले मुंबई, कोलकाता और भोपाल में लगभग 39 ठिकानों पर छापा मारा था. इस दौरान ईडी ने 417 करोड़ की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की थी. केंद्र सरकार ने एक महीने पहले महादेव ऐप समेत 22 ऐप्स और वेबसाइट को ब्लॉक भी कर दिया था.

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   कौन हैं रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर?

साल 2017 में सौरभ और रवि ने मिलकर ऑनलाइन सट्टेबाजी (Mahadev Satta App Case) के जरिए पैसा कमाने के लिए एक वेबसाइट बनाई थी. शुरू में तो इस वेबसाइट के कम यूजर्स थे. 

इसके बाद साल 2019 में नौकरी के लिए सौरभ चंद्राकर दुबई चला गया. जहां उसने कुछ समय बाद अपने दोस्त रवि को भी बुला लिया. रवि के दुबई पहुंचने के बाद दोनों ने महादेव बुक ऑनलाइन के नाम से बेटिंग वेबसाइट और ऐप बनाया.

सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप (Mahadev Satta App Case) के जरिए देश में करीब 4 हजार पैनल ऑपरेटरों का नेटवर्क खड़ा किया. हर पैनल ऑपरेटर के पास 200 ग्राहक सट्टा लगाते थे. बताया जा रहा है कि इस तरह से दोनों रोजाना 200 करोड़ की कमाई कर रहे थे. 

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   रवि उप्पल को भारत लाने को तैयारी

ED के वकील सौरभ पांडेय ने कहा कि इस बेटिंग ऐप के सह संस्थापक रवि उप्पल को यूएई से छत्तीसगढ़ लाने के मामले में कार्रवाई पूरी हो गई है. भारतीय विदेश मंत्रालय के जरिए दस्तावेज यूएई भेजे जाएंगे. 

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