Mahadev Satta App: महादेव सट्टा ऐप पर रोक लगाने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस (Chhattisgarh Police) और ईओडब्ल्यू (Economic Offences Wing) ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने 8 सटोरियों (Bookies) को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 5 को मुंबई (Mumbai) से और 3 को अलग-अलग राज्यों से पकड़ा गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक जिम संचालक भी शामिल है, जिसने अपने जिम को बंद करने के बाद सट्टे का पैनल (Satta Panel) संचालित करना शुरू कर दिया था।
यह कार्रवाई महादेव सट्टा ऐप (Mahadev Satta App) के माध्यम से अवैध सट्टेबाजी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए की गई है। पुलिस (Police) और ईओडब्ल्यू (EOW) की टीमें लगातार इस ऐप के संचालकों और सटोरियों (Bookies) की तलाश में जुटी हुई हैं।
बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक सामग्री बरामद
ईओडब्ल्यू ने महादेव सट्टा ऐप (Mahadev Satta App) से जुड़े 3 आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक सामग्री बरामद की है। इसमें 100 से अधिक मोबाइल फोन, 500 से अधिक सिम कार्ड और एक लैपटॉप शामिल हैं। बरामद किए गए सिम कार्ड देशभर में चल रहे लगभग 500 पैनलों से जुड़े हुए हैं।आरोपी ऊंचे कमीशन पर कॉर्पोरेट बैंक खाते भी देते थे, जिनका यूपीआई पेमेंट अनलिमिटेड होता था। यह जानकारी ईओडब्ल्यू की जांच में सामने आई है, जो महादेव सट्टा ऐप के माध्यम से अवैध सट्टेबाजी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए की जा रही है।
ईओडब्ल्यू (Economic Offences Wing) की जांच में एक महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है कि महादेव सट्टा ऐप (Mahadev Satta App) के पैनल से जुड़े वॉट्सऐप नंबर अलग-अलग राज्यों में सेंटर बनाकर रखे गए हैं। इन सेंटरों को ओटीपी सेंटर के नाम से जाना जाता है, जहां से सिम रिचार्ज और ओटीपी प्राप्त किया जाता है। जांच में यह भी पता चला है कि ये सभी नंबर दुबई से ऑपरेट किए जाते हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि महादेव सट्टा ऐप के पीछे एक बड़ा और व्यापक नेटवर्क काम कर रहा है। ईओडब्ल्यू की जांच जारी है और उम्मीद है कि जल्द ही और भी महत्वपूर्ण जानकारी सामने आएगी।
छत्तीसगढ़ के दर्जन भर सेंटरों पर छापा मारा
ईओडब्ल्यू (EOW) की जांच में महादेव सट्टा ऐप (Mahadev Satta App) के पीछे के नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण भाग सामने आया है। जांच में पता चला है कि महादेव ऐप पैनल से जुड़े वॉट्सऐप नंबर अलग-अलग राज्यों में सेंटर बनाकर रखे गए हैं, जिन्हें ओटीपी सेंटर के नाम से जाना जाता है। इन सेंटरों से सिम रिचार्ज और ओटीपी प्राप्त किया जाता है, और सभी नंबर दुबई से ऑपरेट किए जाते हैं।इन नंबरों को महादेव बुक के अलग-अलग प्लेटफार्मों के कस्टमर केयर नंबर के नाम से जाना जाता है, जैसे कि रेड्डी अन्ना, फेयर प्ले, लोटस, लॉयन बुक, डायमंड बुक, सीबीटीएफ बुक, अंबानी बुक आदि।
इन नंबरों पर वॉट्सऐप मैसेज करने से ऑटो जनरेटेड मैसेज मिलते हैं, जिसमें अकाउंट में पैसे डिपाजिट करने और सट्टा खेलने के लिए आईडी प्राप्त करने की जानकारी दी जाती है।इसके बाद ईओडब्ल्यू (EOW) ने बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ के दर्जन भर सेंटरों पर छापा मारा, जहां से ओटीपी ग्रुप के 3 आरोपी पकड़े गए, जिनमें भिलाई निवासी अतुल सिंह परिहार, विश्वजीत राय चौधरी और बिहार के रोहतास का रहने वाला भारत ज्योति पांडेय शामिल हैं।
महादेव सट्टा ऐप (Mahadev Satta App) के पीछे के नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए ईओडब्ल्यू ने एक और महत्वपूर्ण खुलासा किया है। जांच में पता चला है कि विश्वजीत राय, जो पहले जिम का संचालन (Gym Owner) करता था, ने अपना काम बंद करने के बाद महादेव सट्टा ऐप का पैनल चलाना शुरू कर दिया था। वह अतुल के साथ मिलकर सट्टा पैनल चलाने का काम करता था।
महंगी गाड़ी और गोल्ड ज्वेलरी पहनकर घूमने लगा था विश्वजीत
विश्वजीत कुछ महीने पहले दुबई से लौटा था और उसके बाद उसके ठाठ बदल गए थे। वह महंगी गाड़ी और गोल्ड ज्वेलरी पहनकर घूमने लगा था। इसके अलावा, पुलिस (Chhattisgarh Police) ने मुंबई से भी पांच सटोरियों (Bookies) को पकड़ा, जो होटल के एक कमरे से पूरा पैनल चला रहे थे। पकड़े गए आरोपियों से 2 लैपटॉप, 15 मोबाइल, 2 पेन ड्राइव बरामद की गई हैं।
पुलिस ने बताया कि 3 अगस्त को रायपुर में गंज थाना क्षेत्र स्थित फाफाडीह एक्सप्रेस-वे के नीचे कार में ऑनलाइन सट्टा (Mahadev Satta App) चलाते आरोपी ओम प्रकाश चंद्राकर को पकड़ा था। उसके पास से 3 मोबाइल और थार कार जब्त की गई थी। उससे हुई पूछताछ और पैनल की जांच करते पुलिस टीम मुंबई तक पहुंची।
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