Advertisment

Vijay Shah Controversy: मंत्री शाह का बयान; जो लाड़ली बहना सम्मान नहीं करेंगी, उनकी किस्त पेंडिंग कर दें, मंत्री के सवाल से असहज हो गए अधिकारी

रतलाम में जिला सलाहकार समिति की बैठक में प्रभारी मंत्री विजय शाह ने लाड़ली बहना योजना की महिला हितग्राहियों पर कहा कि सरकार करोड़ों रुपए दे रही है, जो मुख्यमंत्री का सम्मान करने नहीं आएंगी, उनकी जांच पेंडिंग कर देंगे।

author-image
sanjay warude
Vijay Shah Controversy

रिपोर्ट: दिलजीत सिंह मान, रतलाम

MP Minister Vijay Shah Controversy: मध्यप्रदेश में जनजातीय कार्य विभाग के मंत्री विजय शाह लाड़ली बहनों पर दिए अपने बयान से फिर एक बार विवादों में घिर गए हैं। 

Advertisment

दरअसल, रतलाम में जिला सलाहकार समिति की बैठक में बतौर प्रभारी मंत्री के रूप में मंत्री विजय शाह शामिल हुए। जिसमें मंत्री शाह ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी लाड़ली बहना योजना की महिला हितग्राहियों को खुले मंच से धमकी दे डाली। उन्होंने कहा कि सरकार करोड़ों रुपए दे रही है, इसलिए लाड़ली बहनों को मुख्यमंत्री का सम्मान करने आना चाहिए। मंत्री ने कहा, जो सम्मान करने आएंगी, उनके 250 रुपए बढ़ा देंगे, जो नहीं आएंगी, उनकी जांच पेंडिंग कर देंगे। मतलब वो पेंडिंग हो ही जाएंगी। फिर सब आएंगी। उनके इस सवाल पर महिला एवं बाल विकास विभाग समेत अन्य अधिकारी असहज हो गए। उन्होंने यह बयान 13 दिसंबर, शनिवार को आयोजित बैठक में दिया हैं।

सीएम के सम्मान में 50 हजार बहनें तो आना चाहिए

महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी से जिले में लाड़ली बहनों की संख्या पूछने के बाद मंत्री शाह ने कहा कि जिले में ढाई लाख लाड़ली बहनें हैं और मुख्यमंत्री को दो साल हो गए हैं। अगर हम लाड़ली बहनों की तरफ से मुख्यमंत्री का सम्मानित करना चाहे तो जिले से कितनी बहनें आ सकती हैं। उन्होंने कहा कि ढाई लाख में से कम से कम 50,000 महिलाओं को तो आना चाहिए।

सरकार करोड़ों रुपए दे रही हैं, धन्यवाद तो बनता है

मंत्री विजय शाह ने कहा कि नए साल में एक प्लान करों, जब 1500 रुपए के हिसाब से करोड़ों रुपए दे रहे हैं, मुख्यमंत्री के दो साल हो गए तो बहन अपने भाई का सम्मान तो करने आएंगी। जो बहनें आएंगी, उनके 250 रुपए बढ़ा देंगे। दो साल में एक बार धन्यवाद तो बनता है।

Advertisment

जो नहीं आएंगी, आधार लिंक नहीं तो जांच पेंडिंग कर देंगे

Minister Vijay Shah

मंत्री शाह ने आगे कहा कि जो सरकार गरीब बहनों के जीवन में खुशहाली ला रही है, कम से कम दो साल में एक बार सम्मान में तो आ सकती है, और नहीं तो फिर जिनके 250 रुपए बढ़ रहे हैं, भोजन हम करा देंगे। जो नहीं आएंगी, फिर देखते हैं, जिनके ढाई-ढाई सौ बढ़ रहे हैं, उनकी जांच करेंगे। किसी का आधार लिंक नहीं है तो जांच थोड़ी पेंडिंग कर देंगे। हम ज्यादा परेशान भी नहीं करना चाहते है।

अधिकारी की जगह मैकेनिक, फटकारा फिर अपमान

बैठक में मंत्री का दूसरा आक्रामक रुख तब सामने आया, जब नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के अधिकारी की जगह एक मैकेनिक बैठक में पहुंचा। मंत्री ने पहले उसे फटकार लगाई, फिर पास बुलाकर उसके पैरों में झुककर प्रणाम किया। इसके बाद मंत्री ने चुटकी बजाते हुए उसे बाहर का रास्ता दिखाया और कहा, "ये रास्ता है, बाहर निकलो। मैकेनिक ने अपनी सफाई में बताया कि उसके पास रतलाम, मंदसौर समेत तीन जिलों का प्रभार है।

कांग्रेस के पूर्व मंत्री ने की तत्काल बर्खास्तगी की मांग

कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा, यह करोड़ों लाड़ली बहनों का सरासर अपमान है। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री शाह ने इससे पहले कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, तब भी बीजेपी ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की थी। उन्होंने कहा कर्नल सोफिया के बाद अब मंत्री शाह ने लाड़ली बहनों का अपमान किया है। उन्होंने कहा यह बयान महिलाओं को डराने और सरकारी योजना का लाभ रोकने की धमकी देने जैसा है।

Advertisment

ये भी पढ़ें: एमपी में कड़ाके की ठंड, इंदौर की रातें 10 साल में सबसे सर्द, 5 डिग्री पर पहुंचा कई शहरों का पारा

1. कर्नल सोफिया कुरैशी पर टिप्पणी

Vijay Shah Sophia Qureshi Case

स्थान: 

13 मई 2025 को महू के रायकुंडा गांव में आयोजित 'हलमा' कार्यक्रम में भारतीय सेना की अधिकारी ऑपरेशन सिंदूर का नेतृत्व करने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर आपत्तिजनक एवं सांप्रदायिक टिप्पणी की थी।

क्या था विवादित बयान ?

मंत्री विजय शाह ने कहा था, उन्होंने कपड़े उतार-उतार कर हमारे हिंदुओं को मारा और मोदी जी ने उनकी बहन को उनकी ऐसी की तैसी करने उनके घर भेजा।

Advertisment

न्यायालयीन कार्रवाई: 

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट: ने मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए पुलिस को मंत्री के खिलाफ FIR दर्ज करने का निर्देश दिया। 

सुप्रीम कोर्ट: ने उनके बयान को 'घटिया', 'शर्मनाक' और निंदनीय बताते हुए कड़ी फटकार लगाई। 

अंतरिम राहत: सुप्रीम कोर्ट से उन्हें गिरफ्तारी पर अंतरिम राहत मिली हुई है। 

Advertisment

संगठनात्मक: मंत्री ने बाद में अपने बयान पर माफ़ी मांगी, लेकिन कांग्रेस समेत विपक्ष ने उनकी बर्खास्तगी की मांग की

2. तत्कालीन मुख्यमंत्री की पत्नी पर टिप्पणी

स्थान: 

तत्कालीन CM की पत्नी पर टिप्पणी: साल 2013 में झाबुआ में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान। उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह पर कथित तौर पर डबल मीनिंग टिप्पणी की थी।

संगठनात्मक कार्रवाई: इस विवाद के बाद उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

Advertisment

ये भी पढ़ें: रीवा-इंदौर हवाई सेवा के किराए पर डिप्टी सीएम ने उठाया सवाल, IndiGo को लिखी चिट्ठी, बेसिक फेयर 5263 को बताया ज्यादा

vijay shah controversy
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें