MP Heavy Rain Alert July 2025: मध्यप्रदेश में एक बार फिर बारिश का जोरदार दौर शुरू हो गया है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन, ट्रफ लाइन और डिप्रेशन की वजह से कई जिलों में तेज बारिश हो रही है। नर्मदापुरम में तवा डैम के साथ जबलपुर में बरगी डैम और सारणी में सतपुड़ा डैम के गेट खोले गए है। सिंगरौली और ग्वालियर में आज सभी स्कूल छुट्टी की गई है। मौसम विभाग ने शनिवार को 41 जिलों में बहुत भारी और भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। 5 जिलों में रेड और 21 जिले में ऑरेंज और 14 में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में 24 घंटे में 8 इंच से ज्यादा पानी गिर सकता है।
तवा और सतपुड़ा डैम के गेट खोले
मध्यप्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश का दौर जारी है। राजधानी भोपाल में शुक्रवार रात से लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो गया है। कई इलाकों में जलभराव की स्थिति है। प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में भी जमकर बारिश हो रही है। मूसलधार बारिश के चलते राज्य के अधिकांश डैम अपनी पूरी क्षमता तक भर चुके हैं और जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
नर्मदापुरम में तवा डैम के सभी 7 गेट 10-10 फीट तक खोल दिए गए हैं ताकि पानी का बहाव नियंत्रित किया जा सके। इसी तरह बैतूल जिले के सतपुड़ा डैम के भी 7 गेट 6-6 फीट तक खोले गए हैं। बरगी और बारना डैम से भी अतिरिक्त पानी छोड़ा जा रहा है।
वहीं, मुरैना जिले में स्थित पगारा डैम का जलस्तर खतरे के निशान को पार करते हुए 655.88 फीट तक पहुंच गया है। हालात को देखते हुए इसके सभी 6 गेट खोल दिए गए हैं, जिससे आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति की आशंका बनी हुई है।
सिंगरौली और ग्वालियर में स्कूलों में छुट्टी
ग्वालियर में पिछले 24 घंटे से निरंतर बारिश ने शहर का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। जगह-जगह सड़कों और कॉलोनियों में पानी भर गया है। ग्वालियर में शनिवार को तेज बारिश की चेतावनी के बाद कलेक्टर ने स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की है।
मंदसौर और शाजापुर में भारी बारिश के कई इलाकों में जलभराव हो गया। राजगढ़ जिले में रात भर में हुई झमाझम बरसात के बाद कई इलाकों में बस्तियों में पानी भर गया। जिससे लोगों को परेशान हो पड़ रहा है।
सीधी जिले में 9 घंटे के भीतर 4.8 इंच बारिश रिकॉर्ड हुई। वहीं सिंगरौली में 7 इंच बारिश दर्ज होने के कारण वहां के स्कूलों में शनिवार के लिए छुट्टी घोषित की गई है। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने इस आदेश को आधिकारिक तौर पर जारी किया है।
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मध्यप्रदेश में लगातार सक्रिय मानसूनी सिस्टम के कारण मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। राज्य के रायसेन, सागर, दमोह, पन्ना, सतना और रीवा जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जहां अगले 24 घंटे में 8 इंच से अधिक बारिश होने की संभावना है।
इसके अलावा, गुना, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, मैहर, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली जैसे जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में साढ़े 8 इंच तक बारिश हो सकती है।
जिन जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट है उनमें भोपाल, ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, राजगढ़, शाजापुर, इंदौर, उज्जैन, देवास, खंडवा और हरदा शामिल हैं। वहीं, राज्य के शेष जिलों में भी हल्की बारिश और गरज-चमक के साथ वर्षा की संभावना बनी हुई है।
सक्रिय वेदर सिस्टम से हो रही भारी बारिश
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, मध्यप्रदेश में वर्तमान में मौसम का मजबूत सिस्टम सक्रिय है। इसकी वजह तीन ट्रफ लाइनें, दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवाती परिसंचरण) और एक डिप्रेशन (दबाव क्षेत्र) हैं। इन सिस्टमों के असर से प्रदेश के कई हिस्सों में कहीं अति भारी तो कहीं भारी बारिश हो रही है। यह बारिश का सिलसिला अगले चार दिनों तक जारी रहने की संभावना है।
इस बार मानसून मेहरबान: 49% ज्यादा बरसे मेघ
मध्यप्रदेश में इस बार मानसून ने जमकर बारिश बरसाई है। अब तक प्रदेश में औसतन 22.5 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है, जबकि सामान्य आंकड़ा 15.1 इंच का होता है। यानी इस बार 7.4 इंच अधिक पानी गिरा है, जो औसत से 49% ज्यादा है।
निवाड़ी, टीकमगढ़ और श्योपुर जैसे जिलों ने तो अपना पूरा बारिश का कोटा पहले ही पूरा कर लिया है। यहां सामान्य से 25% ज्यादा बरसात हो चुकी है। ग्वालियर सहित पांच जिले भी अच्छी स्थिति में हैं, जहां पर्याप्त बारिश दर्ज की गई है।
हालांकि, इंदौर और उज्जैन संभाग अच्छी बारिश में सबसे पीछे चल रहे हैं। इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, बुरहानपुर और आगर-मालवा में अब तक सिर्फ 10 इंच से भी कम बारिश हुई है, जिससे इन इलाकों में सूखे जैसे हालात बने हुए हैं।