Basant Panchami School Day: मध्य प्रदेश के शिक्षक समुदाय ने बसंत पंचमी को विद्यालय दिवस के रूप में मनाने की मांग की है। इस संबंध में शिक्षक संदर्भ समूह के संस्थापक समन्वयक डॉ. दामोदर जैन ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि इस पावन पर्व को शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहल के रूप में मान्यता दी जाए।
डॉ. दमोदर जैन ने सीएम यादव को लिखा पत्र
डॉ. जैन ने अपने पत्र में बताया कि बसंत पंचमी ज्ञान, कला और संगीत की देवी मां सरस्वती का पूजन दिवस है। यह दिन बच्चों के लिए विद्या आरंभ का प्रतीक माना जाता है। शिक्षक संदर्भ समूह ने 5 अक्टूबर 2019 को नेमावर (देवास) में आयोजित विश्व शिक्षक दिवस समारोह में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।
इस समारोह में राष्ट्रहित चिंतक संत आचार्य विद्यासागर जी के प्रेरक मार्गदर्शन में यह निर्णय लिया गया था कि बसंत पंचमी को ‘विद्यालय दिवस’ के रूप में मनाया जाए।
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स्कूल शिक्षा मंत्री ने पहल का समर्थन किया था
वर्ष 2022 में प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने भी इस पहल का समर्थन किया था और शुजालपुर के शारदा उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पूर्व छात्र सम्मेलन का आयोजन किया था।
इसके अलावा, 27 जनवरी 2023 को आयोजित विद्यालय दिवस समारोह में 1000 से अधिक शिक्षकों को सम्मानित किया गया था, जिन्होंने अपने विद्यालयों को ‘आनंद घर’ में बदलने का प्रयास किया था। यह आयोजन शिक्षकों के लिए प्रेरणा का स्रोत साबित हुआ।
विद्यालय दिवस का नहीं होता आयोजन
डॉ. जैन ने कहा कि वर्तमान में देश और दुनिया में शिक्षक दिवस और बाल दिवस तो मनाए जाते हैं, लेकिन विद्यालय दिवस का आयोजन कहीं नहीं होता। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी को विद्यालय दिवस के रूप में मनाने से शिक्षा के प्रति समर्पण और प्रेम का संदेश फैलेगा।
इस दिन विद्यालय अपने पूर्व छात्रों को आमंत्रित कर उन्हें सम्मानित कर सकते हैं, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊर्जा का संचार होगा। मुख्यमंत्री से अनुरोध किया गया है कि वे इस प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू करें। यह पहल न केवल मध्य प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए एक अनूठी मिसाल बनेगी।
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