Mhow News: महू तहसील में स्थित ग्राम चोरल में शुक्रवार सुबह एक निर्माणाधीन फॉर्महाउस की छत अचानक गिर गई है। इस छत के गिरने से 5 मजदूरों की जान जानें की खबर सामने आई है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी है। पहले जेसीबी नहीं पहुंचने से मजदूरों को बाहर नहीं निकाला गया। कुछ समय बाद में जेसीबी मौके पर लाई गई। मजदूरों को मलबे से निकाला गया है।
Breaking News: महू में छत गिरने से बड़ा हादसा, छत के नीचे 5 लोगों की दबने से मौत, निर्माणाधीन फॉर्म हाउस की गिरी छत #MadhyaPradesh #BreakingNews #Mhow #accident pic.twitter.com/n9QVIUwhz5
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) August 23, 2024
हो रहा था अवैध निर्माण
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो चोरल गांव के इस फॉर्म हाउस में अवैध तरीके से निर्माण कार्य किया जा रहा था। इसे लेकर कई अधिकारियों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
गांव के लोगों की मानें तो इस हादसे में 5 लोगों की जान चली गई है। यहां का ठेकेदार के काम करने वाले मजदूरों को मध्य प्रदेश के बाहर से लेकर आया था। इस फॉर्म हाउस पर लोहे के एंगल पर छत डाली गई थी।
सिमरोल पुलिस का दल मौके पर
इस फॉर्म हाउस की छत गिरने के बाद सिमरोल पुलिस का दल भी मौके पर बचाव कार्य कर रहा है। पुलिस के द्वारा बचाव कार्य ग्रामीणों की मदद के साथ चलाया जा रहा है। यहां बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए हैं। छत अब भी मजदूरों पर पड़ी हुई है।
छत का काम 2 या 3 दिन पहले ही किया गया था यानी 2 या 3 दिन पहले छत भरी थी। ग्रामीण एसपी ने बताया है कि मलबे में करीब 6 – 7 मजदूर दबे पड़े हैं। ग्रामीण एसपी के अनुसार छत को हटाने के लिए 3 – 4 क्रेन की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए 1 क्रेन मौके पर पहुंच गई है। हम भी मौके पर पहुंच रहे हैं। घटना स्थल पर एक हाइड्रा, 2 जेसीबी और एक पोकलेन पहुंची है।
सीएम मोहन यादव ने किया स्वेच्छा अनुदान देने का ऐलान
सीएम डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “हादसे में घायलों को समुचित इलाज की व्यवस्था प्रशासन को करने के निर्देश दिए है साथ ही बस हादसे में गंभीर घायलों को नागपुर रेफर किया है। हादसे में मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान से देने के निर्देश दिए है। बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि दिवंगतों की पुण्यात्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिजनों को अपार दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।”
हादसे में इनकी गई जान
- पवन पिता भवरलाल पांचाल
- हरिओम पिता रमेश
- अजय पिता रमेश
- गोपाल पिता बाबूलाल प्रजापति
- राजा