Advertisment

खाद की लाइन में दिन भर खड़ा रहा किसान: रात में चली गई जान,सोशल मीडिया पर डाला था वीडियो, बिना पीएम अंतिम संस्कार पर सवाल

Madhya Pradesh Guna Farmer Death Case Update: मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक किसान की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है।

author-image
Aman jain
Madhya Pradesh Guna Farmer Death Case DAP Shortage Viral Video

Guna Farmer Death

Guna Farmer Death: मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक किसान की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। मृतक किसान, भगवत सिंह किरार ने अपनी मौत से कुछ घंटे पहले ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उसने डीएपी खाद न मिलने और इसके वितरण में हो रही परेशानियों का जिक्र किया था।

Advertisment

यह वीडियो दोपहर में वायरल हुआ था और रात को किसान (Guna Farmer Death) की मौत हो गई। ऐसा बताया जा रहा है कि किसान दिन भर लाइन में खड़ा रहा और रात में उसकी जान चली गई।

जानकारी के अनुसार यह घटना गुना जिले की बमोरी तहसील के झागर गांव की है, जहां लगभग 45 वर्षीय किसान भगवत सिंह किरार की रविवार रात मृत्यु हो गई।

किसान के परिजनों ने सोमवार सुबह बिना पोस्टमार्टम कराए उसका अंतिम संस्कार कर दिया। अब इस पर काफी सवाल खड़े हो रहे हैं।

Advertisment

[caption id="attachment_700578" align="alignnone" width="768"]publive-image मृतक किसान, भगवत सिंह किरार[/caption]

किसान ने लगाए थे आरोप

गुना जिले के झागर गांव में खाद की लंबी कतार में खड़े किसान भगवत किरार की रविवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मौत से कुछ घंटे पहले किसान ने एक वीडियो सोशल मीडिया (Guna Farmer Death) पर जारी किया था, जिसमें उसने खाद न मिलने, वितरण व्यवस्था में गंभीर गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। किसान की अचानक हुई इस मौत ने खाद वितरण व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

बिना पोस्‍टमार्टम किया अंतिम संस्‍कार

इस बीच, किसान भगवत किरार के परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। सोमवार को किसान का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया।

Advertisment

वीडियो में खाद न मिलने और व्यवस्था में गड़बड़ी की बातों से यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि किसान ने संभवतः आत्महत्या की होगी। हालांकि, पोस्टमार्टम न होने के कारण मौत की असल वजह का पता लगाना अब संभव नहीं हो पाएगा, जिससे मामले को लेकर कई सवाल उठ खड़े हुए हैं।

यह भी पढ़ें- हरदा में हेड कॉन्स्टेबल पर छेड़छाड़ का केस: पीड़िता ने 2 दिन पहले की थी सुसाइड की कोशिश,  संबंध का दबाव बनाने का आरोप

गुना कलेक्‍टर ने दी जानाकारी

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो गुना कलेक्टर सतेंद्र सिंह ने कहा कि खाद की उपलब्धता और वितरण की पूरी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि भगवत किरार खुद खाद लेने नहीं गया था, बल्कि उसके भतीजे खाद लेने गए थे।

Advertisment

भतीजों को दो बोरी खाद मिली थी, और इसकी पर्ची हमारे रिकॉर्ड में दर्ज है। कलेक्टर ने यह भी कहा कि खाद वितरण में किसी तरह की गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली है।

भगवत के बेटे ने दी जानकारी

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भगवत के बेटे कृष्ण गोपाल किरार ने बताया कि कुछ समय पहले एक हादसे के बाद भगवत के सीने में खून का थक्का जम गया था, जिसके कारण उन्हें अक्सर सीने में दर्द की शिकायत रहती थी।

17 नवंबर को वे इंदौर के एक अस्पताल से इलाज कराकर लौटे थे। इसके बाद उन्होंने धननखेड़ी की एक निजी दुकान पर खाद लेने की कोशिश की, लेकिन वहां खाद उपलब्ध नहीं थी।

यह भी पढ़ें- MP Government Jobs: मध्यप्रदेश में खुलेगा सरकारी नौकरियों का पिटारा, 2.50 लाख पदों पर सीधी भर्ती का नया सर्कुलर जारी

madhya pradesh news Guna Farmer Death Case MP DAP Shortage
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें