MP Doctors Protest: लंबित मांगें को लकेर हमीदिया में चिकित्सा महासंघ का प्रदर्शन, अमानक दवाइयों को लगाएंगे आगप्रदेशभर के सरकारी डॉक्टर अपनी लंबित मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज, 21 फरवरी को प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों में डॉक्टरों द्वारा प्रतीकात्मक रूप से अमानक दवाइयों को जलाकर विरोध दर्ज कराया जाएगा।
डॉक्टरों की प्रमुख मांगें
चिकित्सक महासंघ के नेतृत्व में सरकारी डॉक्टर लंबे समय से निम्नलिखित मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं:
- उच्च स्तरीय समिति का गठन
- कैबिनेट से पारितDACP का क्रियान्वयन
- सातवें वेतनमान के लाभ
- चिकित्सा क्षेत्र में प्रशासनिक हस्तक्षेप को रोकना
डॉक्टरों का कहना है कि वे नई मांगों के लिए नहीं, बल्कि पहले से स्वीकृत निर्णयों के क्रियान्वयन के लिए आंदोलन कर रहे हैं।
क्या बोले चिकित्सक महासंघ के मुख्य संयोजक
चिकित्सक महासंघ के मुख्य संयोजक डॉ. राकेश मालवीया ने बताया कि यह आंदोलन प्रदेश के 52 जिला अस्पतालों, कम्युनिटी अस्पतालों, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों द्वारा किया जा रहा है।
डॉ. मालवीया ने कहा, “यह आंदोलन किसी नई मांग को लेकर नहीं है। हमारी पुरानी मांगें आज भी वैसी ही बनी हुई हैं। इनमें से कुछ मांगों पर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा आदेश भी जारी किए जा चुके हैं, लेकिन उनका क्रियान्वयन अभी तक नहीं हुआ है।”
उन्होंने आगे कहा, “कैबिनेट से पारित DACP का भी डॉक्टरों को पूरा लाभ नहीं मिला है। सरकार को इन सभी मुद्दों पर जल्द निर्णय लेना चाहिए और आदेश जारी करने चाहिए, जिससे हमारा आंदोलन समाप्त हो सके। हमारा मकसद केवल न्याय पाना है, आंदोलन करना नहीं।”
आंदोलन का स्वरूप
- डॉक्टरों द्वारा प्रतीकात्मक रूप से अमानक दवाइयों की होली जलाई जाएगी।
- यह प्रदर्शन प्रदेशभर के सरकारी अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों में किया जाएगा।
- डॉक्टरों का मुख्य उद्देश्य सरकार का ध्यान अपनी लंबित मांगों की ओर आकर्षित करना है।
डॉक्टर्स का प्रदेशव्यापी आंदोलन भोपाल से शुरू: MP में मांगों को लेकर कालीपट्टी बांधकर डॉक्टर कर रहे प्रदर्शन
मध्यप्रदेश में गुरुवार, 20 फरवरी से सरकारी डॉक्टर्स काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं। अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर प्रदेशभर के सरकारी डॉक्टरों ने एकजुट होकर आंदोलन करने का ऐलान किया है।