मध्य प्रदेश अपना 70वां स्थापना दिवस समारोह मना रहा है. इस साल स्थापना दिवस समारोह अभ्युदय मध्य प्रदेश की थीम पर मनाया जा रहा है. भारत का हृदय कहे जाने वाले मध्य प्रदेश की स्थापना की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है. उस दौरान मध्य प्रदेश की नई राजधानी बनाने को लेकर कई शहरों का दावा सामने आया था लेकिन आखिर ऐसी क्या वजह थी कि भोपाल को राजधानी बनाना पड़ा.साल 1956 में देश में 14 नए राज्यों का गठन हुआ था. उन्हीं में से मध्य प्रदेश एक था. 1950 से 1956 तक मध्य भारत की 2 राजधानियां थीं. ग्वालियर शीतकालीन राजधानी हुआ करती थी और इंदौर ग्रीष्मकालीन राजधानी. इसके अलावा विंध्य प्रदेश की राजधानी रीवा थी और भोपाल राज्य की राजधानी भोपाल थी. इन्हीं छोटे-छोटे राज्यों को मिलाकर मध्य प्रदेश का गठन हुआ था.राज्य पुनर्गठन के समय प्रदेश के 4 महानगरों ने राजधानी बनने का मजबूत दावा पेश किया था. इनमें भोपाल, ग्वालियर, इंदौर और जबलपुर शामिल था. भोपाल से पहले 6-6 महीने के लिए ग्वालियर और इंदौर मध्य भारत की राजधानी हुआ करती थी.
1802 : आज ही के दिन ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोरी का लंदन में जन्म हुआ था।
1956: भारतीय राज्य मध्य प्रदेश का गठन हुआ था।
1964: भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी का जन्म हुआ था।
1973: मैसूर राज्य का नाम बदलकर कर्नाटक किया गया था।
1980: भारत के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक दामोदर मेनन का निधन हुआ था।
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