मानसून की बारिश जहां गर्मी से राहत देती है, वहीं मच्छरों की भी फौज साथ ले आती है। जिससे मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए। ऐसे में आप बाजार की केमिकल युक्त मॉस्किटो कॉइल और लिक्विड से बचने के लिए प्राकृतिक समाधान अपना सकते हैं।
जी हां एक पौधा ऐसा है जिसे घर में लगा लेने से मच्छर भूल कर भी नहीं आएंगे। अब आप सोच रहे होंगे ऐसा कौनसा पौधा है? दरअसल, हम बात कर रहे हैं मरुआ (Marua) या मरजोरम की।
क्या है मरुआ?
मरुआ को सुगंधित तुलसी या मरजोरम (Marjoram) भी कहा जाता है। ये एक औषधीय पौधा है। यह तुलसी और पुदीने की प्रजाति का होता है और इसकी सुगंध इतनी तेज होती है कि मच्छर व कीड़े-मकोड़े पास नहीं आते।
मच्छरों को भगाने में कैसे कारगर है मरुआ?
गृह विज्ञान विशेषज्ञ के अनुसार, मरुआ की गंध मच्छरों और अन्य कीट-पतंगों के लिए असहनीय होती है। इसे घर के किचन गार्डन, बालकनी या कमरे में गमले में लगाकर मच्छरों से छुटकारा पाया जा सकता है।
बच्चों के लिए है फायदेमंद
अक्सर माता-पिता को चिंता रहती है कि कहीं बच्चा कोई जहरीला पौधा न खा ले। लेकिन मरुआ इसके उल्टा है इसकी पत्तियां एंटीऑक्सीडेंट्स और न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होती हैं। अगर बच्चा गलती से इसकी पत्तियां चबा भी ले, तो नुकसान नहीं बल्कि फायदा ही होगा।
मरुआ का उपयोग कैसे करें?
- इसकी पत्तियों से चटनी बनाई जा सकती है
- सलाद या सब्जी में मिलाकर सेवन कर सकते हैं
- सुखाकर हर्बल चाय में भी इस्तेमाल किया जाता है
- नोट: मरुआ का सेवन सीमित मात्रा में करें क्योंकि इसकी गंध और स्वाद तीव्र होता है।
मरुआ को कैसे उगाएं?
- इसे गमले में भी आसानी से उगाया जा सकता है
- हल्की धूप और नमी वाली जगह इसके लिए आदर्श है
- ज्यादा देखरेख की जरूरत नहीं होती
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