नई दिल्ली। Maa Saraswati Complete All Wish: आपने अक्सर बुजुर्गों से कहते सुना होगा कि सोच-समझ कर बोलों, कब मां सरस्वती जुबान पर बैठ जाएं पता नहीं। तो अगर इन सब बातों के बीच आपके मन में भी ये सवाल आ रहा हो कि दिन में कितने बजे मां सरस्वती जीभ पर बैठती हैं तो चलिए आज हम आपके इस सवाल का जबाव देने की कोशिश करते हैं।
सरस्वती माता कब आती हैं when saraswati will come
हिन्दू धर्म में ऐसा माना जाता है कि विद्या के लिए मां सरस्वती का आशीर्वाद होना बहुत जरूरी है। मां सरस्वती वाणी की देवी भी हैं। वाणी यानि आपके शब्द और बोली। इसलिए कहते हैं कि जब भी बोलो सोच समझकर बोलो। हमारे बड़े बुजुर्ग भी बोलने के पहले सोचने की सलाह देते हैं। धर्म शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि दिन के 24 घंटे में एक बार मां सरस्वती हर एक व्यक्ति के जुबान पर जरूर आकर बैठती हैं। ऐसे में जिस दौरान मां सरस्वती जुबान पर आकर बैठती है उसकी हर एक बात सच हो जाती है। वहीं दूसरी तरफ यह भी आपने अक्सर लोगों से सुनते आएं होंगे कि उसकी काली जुबान है क्योंकि ऐसे व्यक्ति की ज्यादातर बातें सच हो जाती हैं।
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तीन देवियों में से एक मां सरस्वती
हिंदू धर्म में मां लक्ष्मी, मां पार्वती और मां सरस्वती को तीन प्रमुख देवियों के रूप में पूजा जाता है। इन तीनों देवियों में मां लक्ष्मी को धन की देवी और माता सरस्वती को विद्या की देवी रूप में जाना जाता है। अक्सर अपने दूसरे लोगों से यह सुनने आए होंगे कि मां लक्ष्मी की कृपा से घर में धन-दौलत की कोई कमी नहीं है और जुबान पर मां सरस्वती आकर बैठ गई हैं। जुबान पर मां सरस्वती बैठने से मतलब होता है कि जब वह हमारी जीभा पर बैठें और उस समय की बात सच हो जाए। इसलिए हमेशा ही अच्छी और सच्ची ही बात बोलना चाहिए क्योंकि क्या पता कब जुबान पर मां सरस्वती विराजमान हो जाएं।
जुबान पर कब-कब बैठती हैं मां सरस्वती
हमारे हिन्दू धर्म में शास्त्रों में दिन के समय दो हिस्सों में बांटा गया हैं पहला शुभ और दूसरा अशुभ। हिंदू धर्म में सुबह 3 बजे के बाद को ब्रहम मुहूर्त कहा जाता है। इसी ब्रहृम मुहूर्त के समय से नए दिन की शुरुआत मानी जाती है। इस मुहूर्त में सुबह 3:10 मिनट से लेकर 3:15 मिनट का समय सबसे शुभ समय होता है। ऐसे में इस समय के अवधि के बीच में अगर मन में अच्छी बात बोली जाए या फिर मन में लाई जाए तो वह जरूर पूरी होती है। ऐसा माना जाता है। तो वहीं इसके अलावा सुबह 3:20 मिनट से 3:40 मिनट के बीच मां सरस्वती (Maa Saraswati) के जुबान पर बैठने का सबसे सही समय होता है। ऐसे में इस दौरान बोली गई कोई भी बात जरूर सच होती है।
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मां सरस्वती हैं वीणावादिनी
सनातन धर्म में मां सरस्वती को वीणा की देवी कहा जाता है और यह भी कहा जाता है। शास्त्रों के मुताबिक मां सरस्वती (Maa Saraswati ) विद्या, बुद्धि, ज्ञान व विवेक की अधिष्ठात्री देवी हैं। अंधकार से भरे हुए इस जीवन से इंसान को एक अच्छे रास्ते की ओर ले जाने का सारा बीड़ा वीणा वादिनी सरस्वती मां के कंधों पर ही होता है।