हाइलाइट्स
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इन लोगों का कटेगा गैस कनेक्शन
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एक्शन में सरकार
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क्या है एलपीजी को लेकर नया अपडेट
LPG Cylinder Connection eKYC: सिलेंडर को लेकर आज कई तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसमें कहीं न कहीं गैस सिलेंडर की कालाबाजारी एक बड़ा कारण है।
कई लोग मुनाफा कमाने के चक्कर में फर्जी गैस कनेक्शन ले लेते हैं इतना ही नहीं ब्लैक में भी सिलेंडर (LPG news) बेचते हैं, लेकिन अब ये ऐसा नहीं कर पाएंगे। सरकार के नए एक्शन से अब फर्जी कनेक्शनों (Farzi LPG Connection) पर लगाम लग सकेगी।
पेट्रोलियम मंत्री ने दी जानकारी
आपको बता दें फर्जी गैस कनेक्शन को लेकर अब पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने सरकारी पेट्रोलियम कंपनियां फर्जी उपभोक्ताओं को हटाने के लिए आधार के जरिए वेरिफिकेशन कराना होगा।
Oil Marketing Companies are undertaking eKYC aadhar authentication for LPG customers to remove bogus customers against whose name commercial cylinders are often booked by certain gas distributors. This process is in place for more than 8 months now.
In this process, the LPG… https://t.co/D8ApxHkjP5
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) July 9, 2024
ऐसे कसेगी लगाम
आपको बता दें पेट्रोलियम कंपनियां रसोई (LPG Cylinder Customer eKYC) गैस ग्राहकों का Aadhaar के जरिये e-KYC वेरिफिकेशन कर रही हैं। Aadhaar की मदद से e-KYC (ऑनलाइन ग्राहक सत्यापन) के प्रोसेस से उन सभी फर्जी ग्राहकों का कनेक्शन काट दिया जाएगा। जिनके नाम पर बुक किए गए सिलेंडर का उपयोग कॉमर्शियल रूप से किया जा रहा है।
घरेलू और कमर्शिलय सिलेंडर में 30 रुपए का अंतर
आपको बता दें नियमानुसार परिवारों को मिलने वाला 14.2 किलोग्राम का घरेलू गैस सिलेंडर 803 रुपये यानी करीब 56.5 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से तेल कंपनियां बेचती हैं।
जबकि होटलों और रेस्टोरेंट में उपयोग होने वाला 19 किलोग्राम का कमर्शियल सिलेंडर 1,646 रुपये यानी 86.3 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से मिलता है। यानी घरेलू सिलेंडर से 30 रुपए ज्यादा ये बिकता है। यही कारण है कि लोग अपने घरेलू सिलेंडर का उपयोग कमर्शियल वालों का फर्जी तरीके से बेचकर करते हैं। ऐसे में मुनाफाखोरी के लिए ये सिलेंडर बेचे जा रहे हैं।
फर्जी ग्राहकों का कटेगा कनेक्शन
पेट्रोलियम मंत्री पुरी ने सोशल मीडिया मंच X पर पोस्ट में कहा, “पेट्रोलियम विपणन कंपनियां LPG ग्राहकों के लिए आधार के माध्यम से e-KYC सत्यापन कर रही हैं, ताकि उन फर्जी ग्राहकों को हटाया जा सके, जिनके नाम पर कुछ गैस वितरक अक्सर वाणिज्यिक सिलेंडर बुक करते हैं. यह प्रक्रिया आठ महीने से अधिक समय से लागू है.”
आपको बता दें मंत्री पुरी का ने ये पोस्ट केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन के जवाब में आया है, जिन्होंने इस निर्णय के चलते आम आदमी को ‘अप्रत्याशित मुश्किल’ पेश आने की बात कही थी। सतीशन ने पुरी को लिखे एक पत्र में यह मामला उठाया था।
अब जरूरी होगा ई-केवाईसी
मंत्री पुरी में पत्र में लिखा था, “पता चला है कि केंद्र सरकार ने LPG सिलेंडर की वैधता सुनिश्चित करने के लिए गैस कनेक्शन का सत्यापन अनिवार्य कर दिया है। हालांकि, वैध ग्राहकों की पहचान के लिए सत्यापन अनिवार्य है, लेकिन संबंधित गैस एजेंसियों पर इस प्रक्रिया को पूरा करने के निर्णय से आम एलपीजी धारकों को असुविधा हुई है”
ऐसे होती है Aadhaar से LPG के लिए ई-केवाईसी
जवाब में पुरी ने कहा कि गैस सिलेंडर की आपूर्ति (LPG gas news) करने वाला कर्मचारी ग्राहक की पहचान से संबंधित विवरण को सत्यापित करते हैं। कर्मचारी अपने मोबाइल फोन पर ऐप के माध्यम से ग्राहक के आधार की पुष्टि करते हैं। हालांकि, ग्राहक अपनी सुविधानुसार वितरक शोरूम से भी संपर्क कर सकते हैं।
ऐप के जरिए होगी eKYC
अगर आप ग्राहक गैस वितरक कंपनी के ऐप के जरिये अपना e-KYC (LPG Cylinder Connection eKYC in hindi) कराना चाहते हैं तो ऐसा भी कर सकते हैं। मंत्रालय के पेट्रोलियम नियोजन और विश्लेषण प्रकोष्ठ के आंकड़ों के अनुसार भारत में 32.64 करोड़ सक्रिय घरेलू एलपीजी उपयोगकर्ता हैं।
अपने नाम का दूसरों को दिया तो खैर नहीं
अक्सर ऐसा देखा गया है कि लोग अपने नाम के गैस कनेक्शन से सिलेंडर लेने पर दूसरों को दे देते हैं या ब्लैक में बेच देते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। (lpg gas cylinder) अब जो लोग अपने नाम का सिलेंडर दूसरों को कमर्शियल यूज के लिए देंगे उनके कनेक्शन काट ( These people’s lpg connection will be cut) दिए जाएंगे।
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