Chhattisgarh ACB Raid: छत्तीसगढ़ के पेंड्रा जिले में एक रिश्वतखोर लोकपाल को एसीबी की टीम ने अरेस्ट किया है। आरोपी लोकपाल ने एक भ्रष्टाचार के केस के मामले में रिश्वत मांगी थी। इसकी शिकायत के बाद एसीबी ने रंगे हाथों रिश्वत लेते अरेस्ट कर लिया है। इस मामले में एसीबी की टीम और जांच कर रही है। आरोपी से इस मामले में पूछताछ की जा रही है।
पेंड्रा: रिश्वतखोर लोकपाल गिरफ्तार, 25 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा#CGNews #chhattisgarh #pendra #Lokpalpendra #BansalNewsMPCG pic.twitter.com/FnloU0sIcn
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) September 12, 2024
लोकपाल मनरेगा वेद प्रकाश पांडेय को ACB (Chhattisgarh ACB Raid) ने गिरफ्तार किया है। वह भ्रष्टाचार के एक मामले में जनपद गौरेला के कार्यक्रम अधिकारी रोशन सराफ की शिकायत पर 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किए गए हैं। रोशन सराफ के भ्रष्टाचार के मामले में वह जांच कर रहे थे। वेद प्रकाश पांडेय मनरेगा लोकपाल के खिलाफ गौरेला जनपद के सभागार में कार्यवाही की जा रही है।
एसीबी की टीम ने लिया एक्शन
जानकारी मिली है कि लोकपाल मनरेगा वेद प्रकाश पांडेय को छह सदस्य एसीबी (Chhattisgarh ACB Raid) टीम ने अरेस्ट किया है। इसके बाद टीम आरोपी को गौरेला जनपद के सभागार लेकर गई। इससे पहले गौरेला जनपद पंचायत के कार्यक्रम अधिकारी रोशन सराफ ने मामले की शिकायत की थी।
कार्यक्रम अधिकारी के एक भ्रष्टाचार वाले मामले में जांच चल रही है। इस जांच के एवज में मनरेगा लोकपाल वेद प्रकाश पांडेय ने रिश्वत की मांग की थी। इसकी शिकायत के बाद एसीबी की टीम ने जिला पंचायत के लोकपाल मनरेगा कार्यालय में छापा मारा। जहां लोकपाल को रंगे हाथों रिश्वत लेते अरेस्ट कर लिया है।
एक दिन पहले भी एसीबी की टीम ने दो रिश्वतखोर अधिकारियों को पकड़ा था
छत्तीसगढ़ में एसीबी ने दो अधिकारियों को रिश्वत (Chhattisgarh ACB Raid) लेते हुए पकड़ा है। अधिकारियों ने एक सेवानिवृत्त कर्मचारी से 10 हजार रुपयों की मांग की थी। आज उन्हें 6 हजार रुपयों की नगदी लेते हुए पकड़ा गया है। एसीबी की टीम ने यह कार्रवाई करते हुए अधिकारियों को रंगे हाथ पकड़ लिया है।
भिलाई में निगम सचिव के पद पर कार्यरत थे देवव्रत
बता दें कि देवव्रत देवांगन नामक व्यक्ति ने एन्टी करप्शन ब्यूरो (Chhattisgarh ACB Raid) रायपुर में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि वे नगर पालिक निगम, रिसाली, भिलाई में निगम सचिव के पद पर कार्यरत थे। सेवानिवृत्त होने के बाद भी उनका पदोन्नत पद पर वेतन निर्धारण और सत्यापन लंबित है, जिस कारण से उन्हें पेन्शन और अन्य देयताएं नहीं मिल पा रही हैं। उन्होंने उप-संचालक, राज्य संपरीक्षा कार्यालय, दुर्ग पर अपनी शिकायत दर्ज कराई।
देवव्रत देवांगन ने आरोप लगाया है कि राज्य संपरीक्षा (Chhattisgarh ACB Raid) कार्यालय, दुर्ग में पदस्थ दिनेश कुमार और होमन कुमार ने उनका सत्यापन करने से इनकार कर दिया और 10,000 रुपयों की रिश्वत की मांग की। देवांगन ने दोनों अधिकारियों से कई बार मुलाकात की, लेकिन उन्होंने सत्यापन प्रक्रिया को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया और रिश्वत की मांग की।
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6,000 रुपयों की रिश्वत लेते पकड़ाए दोनों आरोपी
देवव्रत देवांगन ने रिश्वत नहीं देने का फैसला किया और इसके बजाय दिनेश कुमार और होमन कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़वाने का निर्णय लिया। जब देवांगन ने शिकायत दर्ज कराई, तो आरोपी अधिकारी 6,000 रुपयों की रिश्वत लेने के लिए तैयार हो गए।
आज 11 सितंबर को एक ट्रेप के दौरान, राज्य संपरीक्षा (Chhattisgarh ACB Raid) कार्यालय, दुर्ग में पदस्थ दिनेश कुमार और होमन कुमार को 6,000 रुपयों की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। दिनेश कुमार उप संचालक (वित्त) और होमन कुमार सहायक संपरीक्षक हैं। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत कार्रवाई की जा रही है।
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