Lok Sabha Election Phase 7 2024 Voting: 30 को गुरुवार शाम 6 बजे 18वीं लोकसभा चुनाव 2024 का प्रचार प्रसार खत्म हो गया। चुनाव आयोग इस बार 7 चरणों में चुनाव करवा रहा है। वहीं, आखिरी चरण के चुनाव को लेकर भी सभी राजनीतिक दल अपने-अपने दावे पेश कर रहे हैं।
अंतिम चरण में बहुचर्चित लोकसभा सीट वाराणसी पर भी मतदान होना है, इस सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, पश्चिम बंगाल की डायमंड हार्बर सीट से तृणमूल कांग्रेस ने अभिषेक बनर्जी तो पाटलिपुत्र सीट से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती चुनाव मैदान में हैं। ऐसे में आखिरी चरण का मतदान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अंतिम चरण में कुल 57 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है।
57 सीटों पर मतदान
अंतिम फेस के मतदान में कुछ ही समय शेष है। इन 57 सीटों पर कई दिग्गज नेताओं की साख दांव पर है। वहीं, दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने अपनी सीटें बचाए रखने की सबसे बड़ी चुनौती है।
यूपी के पूर्वांचल में सपा नेता अखिलेश यादव और कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के कंधों पर इंडी गठबंधन को ज्यादा से ज्यादा सीटें जिताने की चुनौती मुश्किल चुनौती सामने है। यूपी के अलावा पंजाब की बात की जाए तो वर्तमान विधानसभा में आम आदमी पार्टी की सरकार है और अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान से एक बार फिर विधानसभा चुनाव का कारनामा दोहराने की उम्मीद होगी।
पंजाब की 13 सीटों पर लोकसभा चुनाव 2024 के मतदान होंने हैं, जिसके के बाद आप सुप्रीमो और सीएम भगवंत मान की साख दांव पर है तो वहीं अंतिम फेस के चुनाव में BJP के लिए 2019 को एक बार फिर रिपीट करना टीम मोदी के लिए चुनौती है।
आखिरी फेस में इन सीटों पर होंगे मतदान
लोकसभा चुनाव 2024 में अंतिम चरण के मतदान 1 जून को कुल 57 सीटों पर होंगे। इन 57 सीटों में हिमाचल प्रदेश की 4 सीटें, झारखंड की 3 सीटें, बिहार की 8 सीटें, ओडिशा की 6 सीटें, यूपी के पूर्वांचल की 13 सीटें, बंगाल की 9, पंजाब की 13 सीटें और चंडीगढ़ की 1 सीट पर मतदान होना है।
2019 के आकड़ों को देखें तो इस बार बिहार की जिन 8 सीटों पर वोटिंग होनी हैं, उन सभी सीटों पर एनडीए को जीत प्राप्त हुई थी।
वहीं दूसरी ओर, अंतिम चरण में यूपी की पूर्वांचल की 13 सीटों पर मतदान होने हैं। 2019 में पूर्वांचल में NDA ने 13 में से 11 सीटों पर कब्जा किया था, जबकि समाजवादी पार्टी और BSP ने गठबंधन में चुनाव लड़ते हुए दो सीटें जीती थीं।
इस बार भारतीय जनता पार्टी के लिए पश्चिम बंगाल, पंजाब और ओड़िशा की राह काफी मुश्किल रहे वाली है। 7वें फेस में पश्चिम बंगाल की 9 सीटों पर मतदान डाले जाएंगे। खास बात यह है कि आखिरी लोकसभा चुनाव में इन सभी 9 सीटों पर ममता बनर्जी वाली टीएमसी ने जीत दर्ज की थी।
जबकि भारतीय जनता पार्टी अपना खाता तक नहीं खोल पाई थी। बता दें कि 7वें फेस में जिन सीटों पर वोटिंग होनी है वह सभी कोलकाता के आसपास और शहरी इलाके हैं।
पंजाब में किसका दिखेगा दम?
पंजाब मे इस बार चुनावी लड़ाई काफी दिलचस्प रहने वाली है। दिल्ली और चंडीगढ़ में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गठबंधन में चुनाव लग रही है। जबकि पंजाब लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक दूसरे की प्रतिद्वंदी है. पंजाब में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी के बीच चुनावी लड़ाई काफी बेहतरीन रहने वाली है।
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी और अकाली दल ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था। पिछली बार एनडीए को इन 13 में से 4 सीटों पर जीत मिली थीं, इसमें 2 सीट पर अकाली दल ने बाजी मारी थी और 2 पर बीजेपी। इस बार पंजाब में में कोई गठबंधन नहीं है, सभी पार्टियां अकेले चुनाव लड़ रही है. ऐसे में पंजाब के चुनावी मुकाबला अब महामुकाबला हो गया है। इस बार सभी पार्टियों की साख पंजाब में दांव पर है।
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