Lockdown IN China: दुनिया में खतरनाक महामारी कोरोना वायरस का राक्षस एक बार फिर जाग गया है जहां पर चीन में कोरोना से त्रासदी मच गई है तो वहीं इससे दुनिया के कई देश सहम गए है माना जा रहा है संक्रमण के बढ़ते खतरे के साथ आने वाले दिनों में चीन में संपूर्ण लॉकडाउन लग सकता है जहां पर संक्रमण पर काबू पाया जा सके।
24 दिसंबर को समीक्षा बैठक करेंगे पीएम जिनपिंग
आपको बताते चलें कि, चीन में कोरोना की मौजूदा रिपोर्ट की माने तो, हर 24 घंटे में 10 लाख कोविड मामले और 5,000 मौतें दर्ज होने की खबरे मिल रही है जिसका आंकड़ा अगले साल जनवरी माह तक बढ़कर 37 लाख और मार्च तक 42 लाख हो सकती है। यहां पर चीन के बीजिंग, सिचुआन, अनहुई, हुबेई, शंघाई और हुनान में हालत बहुत ज्यादा खराब हो रहे है। इस त्रासदी से देश को बचाने के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शनिवार (24 दिसंबर) या रविवार (25 दिसंबर) को पहली बार कोविड समीक्षा बैठक कर सकते हैं।
संपूर्ण लॉकडाउन की गाइडलाइन होगी जारी
आपको बताते चलें कि, इन दिनों दुनिया में क्रिसमस और न्यू ईयर के सेलिब्रेशन की तैयारियां चल रही है जहां पर भीड़ पर काबू पाने की रणनीति तैयार की जा सकती है. क्रिसमस और न्यू ईयर के लिए जिनपिंग सरकार की ओर से कोई विशेष गाइडलाइन भी जारी की जा सकती है. माना जा रहा है कि राष्ट्रपति जिनपिंग इस बैठक के बाद चीन में संपूर्ण लॉकडाउन का एलान कर सकते हैं। जहां पर कोरोना के मामलों को कम करने में सहुलियत मिलेगी।
आंकड़ों को छिपाने में लगी सरकार
जिनपिंग सरकार एक बार फिर से कोरोना के आंकड़ों को छिपाने का काम शुरू कर चुकी है. सरकार के मुताबिक, बीते एक सप्ताह में कोरोना से सिर्फ 8 लोगों की मौत हुई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अकेले 20 दिसंबर को चीन में 36 मिलियन केस सामने आए थे. वहीं, 19 नवंबर से 18 दिसंबर तक चीन में 11 लाख लोगों के डेथ सर्टिफिकेट के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया गया है. बीजिंग और शंघाई में 60-60 तो वहीं चेंगदु में 40 नए कब्रिस्तान बनाए जा रहे हैं.
चीन में दवाओं की भारी किल्लत
चीन में दवाओं की भारी किल्लत है. डिमांड पूरी करने के लिए दवा कंपनियों में ओवर टाइम कराया जा रहा है. इस बीच चीनी सरकार की तरफ से भी कुछ इंतजाम किए गए हैं. सरकार ने बुखार, बदन दर्द और सिर दर्द की दवाएं फ्री में देने का एलान किया है. देशभर के मेडिकल स्टोर में N-95 मास्क और एंटीजन टेस्टिंग किट खत्म हो चुके हैं. डिमांड को देखते हुए जिनपिंग सरकार ने 100 से ज्यादा नई कंपनियों को लाइसेंस दिए हैं.