भोपाल । कहते हैं डॉक्टर भगवान Liver Transplant in Bhopal समान होता है। यही बात शुक्रवार को चरितार्थ होते भी दिखी। इंदौर की 52 वर्षीय डेंटल सर्जन डॉक्टर संगीता पाटिल मरने के बाद दीपक को जीवन दे गईं। जी हां गुरूवार को इंदौर से भोपाल लाए गए इनके लीवर साढ़े 8 घंटे के सफल आपरेशन के बाद ट्रांसप्लांट कर दिया गया।
18 दिन ऑब्जर्वेशन में रहेगा मरीज
भोपाल के बंसल हॉस्पिटल में 6 डॉक्टरों की टीम ने लगातार 8:30 घंटे तक ऑपरेशन कर लिवर को ट्रांसप्लांट किया। शुक्रवार सुबह 6:30 बजे डॉक्टर ऑपरेशन थियेटर से बाहर निकले। अभी 10 दिन तक ट्रांसप्लांट रूम में मरीज दीपक को रखने के बाद जनरल वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। 18 दिन तक डॉक्टरों की टीम निगरानी करेगी।
बंसल हॉस्पिटल के मैनेजर लोकेश झा के अनुसार Liver Transplant in Bhopal लिवर ट्रांसप्लांट करने में लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. गुरसागर सिंह सहोता, सर्जन डॉ. अतुल अग्रवाल, डॉ. जुबैर खान, डॉ. हरभजन सिंह सैनी, डॉ. रीतेश जैन और डॉ. दीपा शामिल रहे। इनके अतिरिक्त 12 सदस्यों की मेडिकल टीम ने भी ऑपरेशन थियेटर में साथ दिया।
207 किमी की दूरी 2 घंटे 35 मिनट में तय की
इंदौर के चौइथराम अस्पताल से भोपाल के बंसल अस्पताल तक का 207 किमी का सफर 2 घंटे 35 मिनट में तय किया गया। इसी के अंतर्गत फंदा टोल नाके से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर 32 किमी की दूरी 28 मिनट में पूरी कर बंसल अस्पताल पहुंचाया गया। इसके बाद इसे 35 वर्षीय मरीज को ट्रांसप्लांट किया गया।
एक्सीडेंट से हुआ था ब्रेन डेड
डॉ. संगीता को पिछले दिनों सड़क हादसे में घायल के बाद डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड की स्थिति को देखते हुए उन्हें चौइथराम अस्पताल में रैफर किया था। जिसके बाद बुधवार को शाम 6 बजे डॉक्टरों की टीम ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। मुस्कान संस्था द्वारा प्रोत्साहित किए जाने के बाद परिवार की सहमति मिलने के बाद इंदौर सोसाइटी फॉर ऑर्गन डोनेशन सक्रिय हुई। जिसके बाद इंदौर कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा से चर्चा कर ग्रीन कॉरिडोर तैयार किया गया।
सिरोसिस से पीड़ित हैं मरीज
दीपक शर्मा की उम्र 35 वर्ष है। जो कि सिरोसिस बीमारी से ग्रसित है। जिसके चलते उनका लिवर खराब होने के बाद 2 साल से लीवर ट्रांसप्लांट के लिए परेशान हो रहे थे।