Beetroot in diabetes: आज के समय में डायबिटीज की समस्या होना लगभग सामान्य सी बात हो गई है। बच्चे, युवा या फिर बुजुर्ग व्यक्तियों को डायबिटीज ने अपने शिकंजे में लिया है!
इसका सबसे बड़ा कारण अनहेल्दी लाइफस्टाइल और गलत खानपान है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को अपने खान-पान में ऐसी चीजें शामिल करनी चाहिए, जिसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स लो हो।
डायबिटीज की वजह से परेशान लोगों के लिए चुकंदर (Beetroot) एक अच्छा खाद्य पदार्थ है। चुकंदर में मौजूद बेटा-कैरोटीन, विटामिन सी और नियासिन जैसे पोषक तत्व रक्त शर्करा स्तर (blood sugar level) को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
डायबिटीज(शुगर) का अच्छा इलाज है चुकंदर
अध्ययनों से पता चलता है कि चुकंदर में मौजूद बायोएक्टिव यौगिक, जैसे बीटालेन्स और फेनोलिक यौगिक में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।
ये गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन को कम करने में सहायता कर सकते हैं, जो अक्सर शुगर के मरीजों में बढ़ जाते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
चुकंदर (Beetroot) विटामिन, मिनरल, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और डायबिटीज को कम करने में भी सहायक हो सकता है।
चुकंदर का नियमित सेवन रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, चुकंदर में मौजूद फाइबर सेहत के लिए भी लाभकारी होता है, क्योंकि चुकंदर आहार में ग्लूकोज के अवशेष को स्थिर रखने में मदद करता है और खाने के बाद पाचन को बढ़ाता है।
क्या हैं इसे खाने के तरीके
चुकंदर को खाने के कई तरीके होते हैं जैसे रस बना कर पीना, सलाद में शामिल करना या सब्जी के रूप में पकाना विभिन्न विकल्प हैं।
इसके अलावा, चुकंदर का सूप और चुकंदर का जूस भी फायदेमंद हो सकता है, हालांकि चुकंदर का सेवन करते समय ध्यान देना भी महत्वपूर्ण है।
कुछ लोगों को चुकंदर के खाने से पहले रक्त शर्करा के स्तर पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि यह उनके रक्त शर्करा को कम कर सकता है।
रोजाना कितनी मात्रा में करें सेवन
अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो आपको रोजाना आधे से एक कप कच्चे या सब्जी के रूप में चुकंदर का सेवन करना चाहिए।
एक कप पके हुए चुकंदर में लगभग 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को अचानक बढ़ने से बचा सकता है।
चुकंदर में मौजूद नाइट्राइड का सेवन भी डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है।