Leopard Death In Kuno: कूनो नेशनल पार्क से बुरी खबर आई है। एक साथ दो चीतों की मौत हो गई। नामीबिया से लाए गए चीते पवन की मौत हो गई। वहीं गामिनी के एक शावक की भी जान चली गई। चीता पवन की बॉडी नाले में मिली है। फिलहाल उसकी मौत की वजह का खुलासा नहीं हुआ है। डूबने से मौत की आशंका जताई जा रही है।
नाले से बरामद हुई पवन की बॉडी
चीता पवन की डेडबॉडी नाले से बरामद की गई है। पवन की मौत की वजह को लेकर कोई ऑफिशियल बयान सामने नहीं आया है। कूनो के डॉक्टर्स ने आशंका जताई है कि पवन की मौत डूबने से हुई है। कूनो में अब 24 चीते बचे हैं। इसमें 12 व्यस्क और 12 शावक शामिल हैं।
झाड़ियों में मिली पवन की बॉडी
मंगलवार सुबह करीब 10.30 बजे चीता पवन की बॉडी झाड़ियों में एक नाले के किनारे मिली। पशु चिकित्सकों ने निरीक्षण किया तो पता चला कि चीते की डेडबॉडी का सिर और अगला हिस्सा पानी में डूबा था। शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे। चीते की मौत की वजह की विस्तार से जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सामने आ सकेगी।
अकेला जंगल में घूम रहा था पवन
बाड़े से बाहर जंगल में सिर्फ पवन चीता ही स्वतंत्र विचरण कर रहा था। अधिकारियों का कहना है कि उसे पकड़ना मुश्किल था। मानसून की वापसी के बाद भारत में जन्मे चीतों के शावकों, बाकी व्यस्क चीतों को चरणबद्ध तरीके से जंगल में छोड़ने की प्लानिंग है। शुरुआत में सभी चीतों को जंगल में छोड़ दिया गया था, लेकिन सेप्टीसीमिया से 3 चीतों की मौत के बाद उन्हें वापस बाड़ों में भेज दिया गया था। सिर्फ चीता पवन ही बाहर घूम रहा था।
गामिनी के एक और शावक की मौत
कूनो नेशनल पार्क में चीता गामिनी के एक और शावक की मौत हो गई। रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर से वो गंभीर रूप से घायल हो गया था। लगातार चले इलाज के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों ने शावक की मौत की पुष्टि की।
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29 जुलाई को घायल मिला था शावक
वन विभाग की मैदानी टीम को गामिनी के 5 में से 4 शावक स्वस्थ मिले थे, लेकिन एक ठीक से नहीं उठ पा रहा था। कुछ देर बाद वो 2 पैरों से चलने लगा था, लेकिन उसका पिछला हिस्सा जमीन पर घसीटते हुए चल रहा था। टीम ने फौरन उसका रेस्क्यू करके इलाज शुरू कर दिया था।