शिमला। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भूस्खलन स्थल से छह और शव बरामद किए जाने के बाद बचाव और तलाशी अभियान के चौथे दिन शनिवार को मृतक संख्या बढ़कर 23 हो गई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने बताया कि निचार तहसील में राष्ट्रीय राजमार्ग पांच पर चौरा गांव में मलबे से छह शव निकाले गए। उन्होंने कहा कि बाकी नौ लापता लोगों की तलाश और बचाव अभियान जारी है।
इस बीच, भूस्खलन वाले स्थान पर पत्थरों के गिरने की लगातार घटनाओं को देखते हुए, निचार अनुविभागीय जिलाधिकारी(एसडीएम) मनमोहन सिंह ने जनता की सुरक्षा के लिए इस स्थान पर रात नौ बजे से सुबह नौ बजे तक सभी प्रकार के वाहनों को प्रतिबंधित करने का आदेश दिया है।
उन्होंने बृहस्पतिवार को जारी अपने आदेश में कहा कि भावनगर थाना प्रभारी स्थल के दोनों ओर पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित करेंगे। इलाके के पास शुक्रवार शाम एक बस पर एक पहाड़ी से पत्थर गिरने से दो लोग घायल हो गए।
इस बीच, मोख्ता ने बताया कि तलाश और बचाव अभियान शुक्रवार रात रोक दिया गया था। इसे शनिवार सुबह करीब छह बजे फिर से शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि एक एसयूवी और उसमें बैठे लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। उनका अभी कुछ पता नहीं चल सका है।
उन्होंने कहा कि हो सकता है कि वाहन मलबे के साथ नीचे लुढ़क गया हो। स्थानीय पुलिस, होमगार्ड, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के कर्मी संयुक्त रूप से बचाव अभियान चला रहे हैं। घटना के दिन 10 लोगों के शव मिले थे तथा 13 घायलों को बचा लिया गया था।
बचाव और राहत अभियान के दौरान बुधवार को टाटा सुमो टैक्सी में फंसे आठ शव बरामद किए गए थे। बुधवार को ही दो कार क्षतिग्रस्त हालत में मिली थीं लेकिन उनमें कोई नहीं मिला। बृहस्पतिवार को चार और शव बरामद हुए थे और इस आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई थी।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बृहस्पतिवार को घटना स्थल का दौरा करने के बाद बताया था कि अब भी 16 लोग लापता हैं। इसके बाद अधिकारियों ने बताया कि अब तक छह और शव मिले हैं और कम से कम नौ लोग अब भी लापता है। अधिकारियों ने बताया कि एक ट्रक भी मिला है, जो चट्टान गिरने के कारण नदी की ओर लुढ़क गया था और उसके चालक का शव मिल गया है।