शिमला। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में बुधवार को एक बस और अन्य वाहनों के भूस्खलन Landslide In Kinnaur की चपेट में आने से मलबे में फंसे लोगों की तलाश एवं बचाव के लिए अभियान बृहस्पतिवार सुबह पुन: शुरू हुआ। राज्य के आपदा प्रबंधन अधिकारी ने यह जानकारी दी।
राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने बताया कि, बृहस्पतिवार सुबह छह बजे बचाव कार्य फिर से शुरू किया गया। Landslide In Kinnaur उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस के सदस्य, होमगार्ड, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) संयुक्त रूप से बचाव अभियान चला रहे हैं। अधिकारियों ने बुधवार रात करीब 10 बजे तलाश अभियान स्थगित कर दिया था।
हिमाचल प्रदेश: किन्नौर में भूस्खलन वाली जगह पर खोज और बचाव अभियान चल रहा है। अब तक 13 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। pic.twitter.com/OBDridvNk1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 12, 2021
निचार तहसील के निगुलसारी क्षेत्र के Landslide In Kinnaur चौरा गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पांच पर बुधवार दोपहर को भूस्खलन के बाद पहाड़ से गिरे पत्थरों की चपेट में हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) की एक बस आ गई थी, जो रिकांग पियो से शिमला होते हुए हरिद्वार जा रही थी।
भूस्खलन की चपेट में आने से 10 लोगों की मौत हो गई तथा 13 लोगों को बचा लिया गया, जबकि कई अन्य के मलबे Landslide In Kinnaur में दबे होने की आशंका है। अधिकारी ने कहा कि मृतक संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि एचआरटीसी की एक और बस तथा एक बोलेरो के यात्रियों का अभी तक पता नहीं चल सका है।
उन्होंने कहा कि ऐसा हो सकता है कि दोनों वाहन मलबे के साथ नीचे लुढ़क Landslide In Kinnaur गए हों। वहीं एक टाटा सूमो मिली है, जिसमें आठ लोग मृत पाए गए। पत्थर गिरने से एक ट्रक नदी किनारे लुढ़क गया और चालक का शव बरामद कर लिया गया है। एक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त ऑल्टो कार भी बरामद की गई है। कार के अंदर कोई नहीं था।