Protest Against SECL in CG: छत्तीसगढ़ बिलासपुर में SECL के भू-विस्थापितों ने शुक्रवार को जमकर हंगामा किया। इन्होंने मुख्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। कुसमुंडा, गेवरा क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में प्रदर्शन में पहुंचे थे। इनका आरोप है कि SECL में अधिकारियों ने मिलीभगत की और नौकरी के नाम पर बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा किया।
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि खदान (Protest Against SECL in CG) के लिए उन लोगों ने जमीन ले ली गई। जबकि SECL प्रबंधन के अफसरों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर दूसरे लोगों को नौकरी दे दी। इस फर्जीवाड़े में मजदूर से लेकर जीएम तक शामिल है। इस गंभीर आरोप के साथ इन विस्थापितों ने कोल इंडिया तक शिकायत की, लेकिन जांच के नाम पर खानापूर्ति की गई। इससे विस्थापितों में आक्रोश है, उन्होंने नौकरी दिए जाने की मांग की है।
नियमों को दरकिनार कर दी नौकरी
विरोध कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि प्रबंधन (Protest Against SECL in CG) के द्वारा फर्जी दस्तावेज के माध्यम से नौकरियां दी। ये ज्यादातर लोग गेवरा, चिरमिरी और कुसमुंडा की कोयला खदानों में कार्यरत हैं। इस तरह के लोगों की लंबी लिस्ट है, जिन्हें नियमों की अनदेखी कर नौकरी प्रदान की गई है।
SECL प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों ने SECL प्रबंधन के खिलाफ जमकर आक्रोश (Protest Against SECL in CG) जताया और नारेबाजी की। साथ ही फर्जी नियुक्ति की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई। साथ ही क्षेत्र के भू-विस्थापित परिवारों के सदस्यों को नौकरी दिए जाने की मांग की।
वहीं विस्थापितों का आरोप है कि SECL में केंद्र सरकार के अनुकंपा नियुक्ति के नियमों की भी अनदेखी की गई। अनुकंपा नियुक्ति के नाम पर भी फर्जीवाड़ा हुआ है। इसके तहत अपात्र लोगों को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की गई है। उनका आरोप है कि जिनको अनुकंपा नियुक्ति दी गई है, उनमें अधिकतर कर्मचारी के दामाद, भांजा दामाद व दूर के रिश्तेदार शामिल हैं।
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