हाइलाइट्स
- कूनो नेशनल पार्क में नए मेहमानों के आने से खुशी
- चीता निर्वा ने 5 शावकों को दिया जन्म
- कूनो में निर्वा दूसरी बार बनी मां
Kuno National Park: मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान (Kuno National Park) से एक बड़ी और रोमांचक खबर सामने आई है। यहां चीता निर्वा ने 5 शावकों को जन्म दिया है। इस उपलब्धि को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ट्वीट कर खुशी जताई और पूरी टीम को बधाई दी है।
कूनो में नए मेहमानों का स्वागत है…
अत्यंत प्रसन्नता है कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों का कुनबा निरंतर बढ़ रहा है।
हाल ही में 5 वर्षीय नीरवा ने 5 शावकों को जन्म दिया है। इन नन्हे शावकों का आगमन चीता प्रोजेक्ट की सफलता और भारत की समृद्ध जैव-विविधता का प्रतीक है।
माननीय… pic.twitter.com/TRH33BrLJI
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) April 27, 2025
कूनो में नए मेहमानों का स्वागत है…
सीएम मोहन यादव ने कहा, “चीता प्रोजेक्ट की यह सफलता देश में जैव विविधता को समृद्ध बनाने का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत प्राकृतिक विरासत के संरक्षण की दिशा में ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल कर रहा है।”
कूनो नेशनल पार्क में चीता पुनर्वास परियोजना के तहत यह महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। पार्क की पूरी टीम को इस उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दी गई हैं।
दूसरी बार मां बनी ‘निर्वा’
कूनो नेशनल पार्क में मौजूद चीता निर्वा दूसरी बार मां बनी है। इससे पहले 25 नवंबर 2024 को पहली बार चार शावकों को जन्म दिया था। जिसमें से दो शावकों की दो दिन बाद यानी 27 नवंबर 2024 को मौत हो गई थी। दूसरा निर्वा ने 5 शावकों को जन्म दिया है। इससे पूरे कूनो नेशनल पार्क में खुशी है। वन विभाग भी चीतों का कुनबा बढ़ने से खुश है।
चीता निर्वा ने 6 महीने पहले दिया था 4 शावकों को जन्म
कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता “निर्वा” ने छह महीने पहले (25 नवंबर 2025) चार शावकों को जन्म दिया था, लेकिन उसमें से दो शावकों की दो दिन बाद यानी 27 नवंबर 2025 को मौत हो गई थी।अब की बार निर्वा ने 5 शावकों को जन्म दिया है।
अफ्रीका से लाई गई थी निर्वा
निर्वा नाम की मादा चीता को 2022 में दक्षिण अफ्रीका से कूनो राष्ट्रीय उद्यान में लाया गया था। मई 2023 में इसे पहली बार खुले जंगल में छोड़ा गया था। इसके पहले निर्वा को बाड़े में ही दूसरे चीतों के साथ रखा गया था। निर्वा द्वारा लगातार दो बार शावकों के जन्म दिए जाने के बाद से देश के “चीता प्रोजेक्ट” को एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।
भारत में 2022 में प्रोजेक्ट चीता शुरू हुआ था, जिसमें अफ्रीका से चीतों को लाया गया। नामीबिया से 8 चीतों को एमपी के कूनो नेशनल पार्क में रखा गया। इसका मकसद भारत में चीतों की घटती संख्या को रोकना और उन्हें बढ़ाना था।
क्या है चीता प्रोजेक्ट
भारत में साल 2022 में प्रोजेक्ट चीता लाया गया था। इसके तहत भारत के जंगलों में अफ्रीका से चीता लाए गए थे। नामीबीया से 8 चीता एमपी के कूनो नेशनल पार्क में लाए गए थे। इसको शुरू करने के पीछे की वजह भारत में घट रही चीतों की संख्या को रोकना और इसमें दिनों-दिन बढ़ोतरी करना था।
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भारत में चीतों की संख्या
वर्तमान में भारत में 24 चीते हैं। इनमें से 12 वयस्क और 12 शावक कूनो नेशनल पार्क में ही पैदा हुए हैं। यह भारत की जैव विविधता को पुनर्जीवित करने की यात्रा की शुरुआत है।
नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी के मौजूदा आंकड़ों और भारत सरकार द्वारा जारी रिलीज के अनुसार 29 जुलाई 2023 तक भारत में कुल चीता की संख्या 3682 थी। इसमें अनुमान लगाया गया था कि इनकी संख्या 3167 से लेकर 3925 तक हो सकती है। यह आंकड़े भारत के 18 राज्यों में पाए गए चीतों को लेकर था।
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